विदेश

रूसी राष्‍ट्रपति की चेतावनी, कहा- हमारे अस्तित्व पर मंडराया खतरा तो करेंगे परमाणु हथियारों का इस्तेमाल

मॉस्को। रूस व यूक्रेन के बीच बीते 28 दिनों से जारी जंग (Russia Ukraine War)खतरनाक दौर में प्रवेश करती जा रही है। इसे रोकने में अब तक के प्रयास नाकाफी सिद्ध हो रहे हैं। न यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की (Ukrainian President Vladimir Zelensky) रूस के सामने समर्पण को तैयार हैं न राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन(Russian President Vladimir Putin) जंग रोकने को। अब रूस ने चेतावनी दी है कि यदि उसके अस्तित्व पर संकट मंडराया तो वह परमाणु हथियारों (nuclear weapons) के इस्तेमाल से पीछे नहीं हटेगा।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन के कार्यालय क्रेमलिन (Kremlin Office of Russian President Putin) के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मंगलवार को सीएनएन इंटरनेशनल से कहा कि यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी करेगा जब उसके अस्तित्व के लिए खतरा मंडराएगा। पेसकोव ने कहा कि घरेलू सुरक्षा के लिए हमारी एक व्यवस्था है। इसमें परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के नियम तय हैं। ये नियम कोई भी पढ़ सकता है। इनमें तय है कि यदि हमारे देश के अस्तित्व पर संकट हो तो नियमानुसार परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है।



क्रेमलिन के प्रवक्ता ने यह बात तब कही जब उनका साक्षात्कार करने वाले क्रिस्टियन अमानपोर ने पूछा कि क्या वह इस बात से आश्वस्त हैं कि राष्ट्रपति पुतिन यूक्रेन में परमाणु हथियारों का विकल्प नहीं चुनेंगे? याद रहे, 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमले के चार दिन बाद ही पुतिन ने देश की सामरिक परमाणु इकाई को हाईअलर्ट कर दिया था। उनके इस कदम से पूरी दुनिया चौंक गई थी। इसे परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की परोक्ष धमकी माना गया था।
पेसकोव के बयान पर जब अमेरिकी रक्षा प्रतिष्ठान पेंटागन की प्रतिक्रिया चाही गई तो उसके प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि रूस का परमाणु राग खतरनाक है। एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति संपन्न देश को इस तरह के बयान नहीं देने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन जंग को लेकर पेंटागन को अभी अपनी रणनीति बदलने की जरूरत नहीं है। हालात पर हम लगातार नजर रखे हुए हैं।
रूस के पास दुनिया में सबसे बड़ा परमाणु हथियार भंडार है। यूक्रेन पर हमले के बाद से वह विश्व में लगभग अलग थलग पड़ गया है।

Share:

Next Post

पढ़ाई पूरी करने चीन लौटने का इंतजार कर रहे 23 हजार भारतीय छात्र, ड्रेगन ने साधी चुप्पी

Wed Mar 23 , 2022
बीजिंग। चीन(China) भारत(Indian) के 23 हजार से अधिक छात्रों (more than 23 thousand indians students) को वापस बुलाने के मामले में चुप्पी साधे हुए है जबकि ऐसी खबरें हैं कि चीन (China) अनेक देशों के छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए वापस लौटने की अनुमति दे रहा है। चीन के विदेश मंत्रालय के […]