जबलपुर न्यूज़ (Jabalpur News)

CAA -NRC की रैली का मुख्य कर्ताधर्ता था सईद शटर!!!

जबलपुर। अग्निबाण सतत रूप से सरकारी जमीनों पर भू-माफिया बन बैठे अतिक्रमणकारियों का पर्दाफाश कर रहा है । इसी कड़ी में अग्निबाण द्वारा सईद खान उर्फ शटर नाम के कबाड़ी की पिछले अंकों में अतिक्रमण की कहानी प्रकाशित की थी। अपने पाठकों के समक्ष इस बात को प्रमाणिक रुप से प्रकाशित किया कि कैसे बाजार मूल्य लगभग 10 करोड़ की जेडीए की जमीन पर अतिक्रमणकारी कबाड़ी सईद शटर ने कब्जा कर लिया। कबाड़ खाने से दो नंबर के तरीके अकूट दौलत कमाई। करोड़ों की दौलत पाने के बाद सफेदपोश बन कर सत्ता की चाह में अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने के लिए शटर ने राजनीति में प्रवेश किया। परंतु जब वहां भी दाल नहीं गल पाई तो मौकापरस्त होकर कांग्रेस की सरकार में सीएए-एनआरसी की रैली में दिखावे का समाजिक रहनुमा बनकर पूरी रैली को फाइनेंस कर जनता को भड़काने का कार्य किया।

जमानत भी नहीं बचा पाया
कहते हैं अनाब सनाब दौलत की कमाई सामान्यत: दिमाग में राजनीतिक ताकत की चाहत का मौका जरूर ढूंढ़ती हैं। लैंड जिहाद करके करोड़ों की जमीन पर कब्जा करने वाले सईद शटर ने ऐसी और भी जमीनों को अपना बनाकर अकूट दौलत कमाई और फिर सत्ता की चाह में निकल पड़ा। क्योंकि राजनीति ही एक ऐसा रास्ता है जो आपके कारनामों पर पर्दा डालने का काम करता है। ऐसे में अपने कारनामों को छुपाने सत्ताधारी पार्टी का साथ होना बहुत जरूरी था और सईद शटर ने भाजपा पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चे का पदाधिकारी बनकर भाजपा की ही टिकिट से पार्षद चुनाव लड़ गया। परंतु जनता शटर के कारनामों से वाकिफ थी, इसलिए चुनाव में शटर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाया। मात्र 400 वोट उसे चुनाव में प्राप्त हुए थे।

सीएए-एनआरसी के पक्ष में दिखावे के लिए दिया था भाजपा से इस्तीफा
शटर इतना मौकापरस्त है जब उसने आकलन किया कि कांग्रेस की सरकार है और भाजपा में उसका कोई भविष्य नहीं है, इसलिए दिखावे के अपने साथ अल्पसंख्यक मोर्चा के कुछ पदाधिकारियों के साथ इसने सीएए एनआरसी के पक्ष में अपने समाज को दिखाने के लिए भाजपा छोडऩे का दिखावा और गाजीबाग की रैली के दौरान इस्तीफा दिया।


सईद शटर,अख्तर शाह ,सरफराज मंसूरी बाबू एमराईडर
मकबूल स्टार ,लाला मिस्त्री,जहीर मंसूरी ये सब भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी थे। गाजीबाग की रैली में अपने कुछ लोगों के साथ मिलकर सीएए-एनआरसी के विरोध में अपने पदों से इस्तीफा दिया था। वहां पर उपस्थित जनसमूह को भड़काने के भी आरोप इन सभी पर लगे थे, जिसमें सईद शटर का नाम प्रमुख रूप से शामिल है।

सीएए एनआरसी के आंदोलन का था मुख्य कर्ताधर्ता
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब सीएए-एनआरसी का आंदोलन गाजीबाग में हुआ और बड़ी ही रणनैतिक तरीके से आंदोलनकारियों ने महिलाओं को आगे करते हुए सड़क को जाम करके जनसमूह को भड़काने की कोशिश की। इस दौरान महिलाओं के साथ बच्चे भी सड़कों पर कई दिनों तक बैठे रहे। ऐसे समय पर महिलाओं और बच्चों के लिए खाने की जिम्मेदारी का फाइनेंस का बीड़ा सईद शटर देख रहा था। अर्थात इस जनसमूह को भड़काने में अतिक्रमण की हुई जमीन से पनपे करोड़ों रुपए दंगा भड़का ने में लगाए थे।

पुलिस ने दो दिन रखा था थाने में
धीरे-धीरे आंदोलन कर रही जनता जब सईद शटर जैसे नेताओं के बहकावे में आकर आक्रोशित हो रही थी और सड़क मार्ग को जाम किए बैठी थी तब पुलिस ने सईद शटर जैसे अराजक तत्वों पर नजर रखना प्रारंभ कर दिया और धीरे धीरे पुलिस भी समझ गई कि जनता को भड़काने में शटर सबसे पहले है। जिसके बाद थाने बुलाकर जनता को भड़काने के संबंध में पूछताछ की। तब यह बात प्रमुखता से सामने आई कि खाने का पूरा फाइनेंसर सईद शटर ही था।

Share:

Next Post

मिल्कीपुरा में मासूम बच्ची चायना डोर की शिकार हुई

Thu Jan 5 , 2023
तमाम सख्ती के बावजूद भी घटना हो गई-कल दोपहर स्कूल से लौटते समय आई चपेट में उज्जैन। शहर में चायना डोर का इस्तेमाल पतंगबाजों द्वारा किया जा रहा है और चोरी छिपे अभी शातिर दुकानदार बाज नहीं आ रहे हैं। कल मिल्कीपुरा में स्कूल से लौट रही 5 साल की मासूम बालिका की गर्दन चायना […]