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सिनेमा को एकजुट करने की संस्कार भारती की पहल, मिटेगा बॉलीवुड बनाम साउथ का झगड़ा

नई दिल्ली। हिंदी फिल्मों ‘तानाजी द अनसंग वॉरियर’ और ‘द कश्मीर फाइल्स’ की रिकॉर्ड कामयाबी के बाद देश में सिनेमा को शक्ति के रूप में प्रयोग करने का समीकरण फिल्मकारों को भी समझ में आ गया है। देश में सिनेमा के जरिये भारतीय संस्कृति व इतिहास की वे कहानियां घर घर तक पहुंचाने की एक नई मुहिम शुरू हुई है, जिनके बारे में अतीत में अधिक काम नहीं हुआ। फिल्मकार मानते हैं कि भारतीय सिनेमा के जनक धुंडीराज गोविंद फाल्के (दादा फाल्के) ने पश्चिमी तकनीक के सहारे भारतीय कहानियों को कहने का बीज सिनेमा के जरिये बोया। ये बीज अब जबकि बरगद बन चुका है तो इसमें भाषाई झगड़ों को कोई जगह नहीं होनी चाहिए। ‘संस्कार भारती’ इन्हीं कोशिशों के तहत अगले हफ्ते मुंबई में सिने टॉकीज नाम का एक विशाल आयोजन करने जा रही है। कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों होना है।

सिनेमा की शक्ति
संस्कृति और सिनेमा के बीच सेतु बनाने के काम में हाल के दिनों में कई फिल्मकार लगे हुए हैं। सिने टॉकीज 2022 इसी की अगली कड़ी है। संस्कार भारती के साथ अकादमी ऑफ थिएटर आर्ट्स, मुंबई विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र भी इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन में भागीदार हैं। 13 और 14 मई 2022 को मुंबई विश्विद्यालय के कलीना कैम्पस में होने वाले इस आयोजन के दौरान देश के स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय सिनेमा के महत्वपूर्ण योगदान को फिर से देखने और समझने के लिए एक खास संवाद होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में विभिन्न भाषाओं के फिल्म निर्माता, सिनेमा के छात्र, समीक्षक और फिल्म प्रेमी एक मंच पर होंगे। उम्मीद की जा रही है कि दो दिन तक चलने वाले इस आयोजन में कम से कम तीन सौ सिनेप्रेमी जुटेंगे।


राष्ट्रपति के हाथों उद्घाटन
पता चला है कि सिने टॉकीज नामक इस आयोजन का संरक्षक निर्माता-निर्देशक सुभाष घई को बनाया गया है। उनके अलावा जानू बरुआ, मोहन लाल, विक्टर बनर्जी, भावना सोमैय्या और के विजयेन्द्र प्रसाद भी सिने टॉकीज के इस आयोजन में शामिल हैं। कार्यक्रम का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों होने वाला है। केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी मुख्य अतिथि के नाते उपस्थित होंगे। सुप्रसिद्ध अभिनेत्री एवं सेंसर बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष आशा पारेख कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रहेंगी। कार्यक्रम के उद्घाटन का बीज भाषण निर्देशक चंद्रप्रकाश द्विवेदी के जिम्मे रहेगा।

ओम राउत करेंगे अगुआई
सेमिनार में जानी मानी तमाम हस्तियां भारतीय सिनेमा की दशा और दिशा पर चर्चा करेंगी। कार्यक्रम में निर्देशक ओम राउत, गायिका दुर्गा जसराज, संगीतकार अनु मलिक, निर्देशक भारत बाला, अभिनेता सुबोध भावे, निर्देशक परेश मोकाशी, निर्देशक कमल स्वरूप, कन्नड़ सिनेमा के फिल्मकार एम के राघवेंद्र, अक्षय कुमार परीजा, तमिल सिनेमा के निर्देशक वसंत साई, मलयालम सिनेमा के फिल्मकार मेजर रवि, गुजराती सिनेमा के निर्देशक अभिषेक जैन और फिल्म इतिहासकार प्रदीप केन्चनूर उपस्थित रहेंगे।

प्रसून जोशी का समापन भाषण
सिने टॉकीज नामक इस आयोजन के समापन सत्र के विशेष अतिथि के रूप में मशहूर लेखक एवं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी सम्मिल्लित होंगे। प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय संयोजक नंदकुमार का इस सत्र में मुख्य संबोधन होगा। प्रसिद्ध अभिनेता व संस्कार भारती के उपाध्यक्ष नीतीश भारद्वाज समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

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