नई दिल्ली । पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) की जांच के दौरान अहम खुलासा हुआ है कि हमले के वक्त बायसरन इलाके में प्रतिबंधित चीनी कंपनी हुवावे (Chinese company Huawei) के सैटेलाइट फोन (Satellite Phone) का इस्तेमाल हुआ था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आशंका जताई कि फोन पाकिस्तान या किसी अन्य देश से तस्करी कर लाया गया था।
देश में चीनी दूरसंचार कंपनियां हुवावे और झोंगक्सिंग टेलीकम्युनिकेशन इक्विपमेंट (जेडटीई) को 5जी नेटवर्क के लिए उपकरण बेचने की इजाजत नहीं है। हालांकि इन पर कोई स्पष्ट प्रतिबंध नहीं है, लेकिन भारतीय दूरसंचार कंपनियों ने हुवावे व जेडटीई को 5जी रोलआउट से बाहर कर दिया है। ऐसा इसलिए है क्योंकि ये कंपनियां केंद्र सरकार की ओर से तय किए गए विश्वसनीय स्रोत की शर्त को पूरा नहीं करती हैं।
चीनी उपकरणों से जुड़ी सुरक्षा चिंताओं के चलते भारतीय दूरसंचार कंपनियां यूरोपीय उपकरण इस्तेमाल करने के लिए ज्यादा पैसे देने को भी तैयार हैं। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड ने भी हुवावे को अपने 5जी नेटवर्क से प्रतिबंधित कर दिया था। ये चारों देश कनाडा के साथ फाइव आइज इंटेलिजेंस शेयरिंग गठबंधन के सदस्य देश हैं।
एनआईए फोरेंसिक विशेषज्ञों और तकनीकी खुफिया जानकारों की मदद से हमले के विभिन्न पहलुओं की जांच कर रही है। सैटेलाइट फोन को ट्रैक करना भी इसमें शामिल है। इसके लिए पश्चिमी देशों की एजेंसियों की भी मदद ली जा रही है।
सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिले थे कि आतंकवादी कटड़ा से श्रीनगर के लिए पहली ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देना चाहते हैं। हालांकि कटड़ा क्षेत्र में तेज हवा चलने के पूर्वानुमानों के कारण प्रधानमंत्री की 19 अप्रैल को होने वाली यात्रा स्थगित कर दी गई। अफसरों ने कहा कि अब तक जो बात सामने आ रही है, उससे पता चला है कि दो स्थानीय आतंकी पहले से ही पर्यटकों के साथ मिल गए थे। जैसे ही पहली गोली चली उन्होंने पर्यटकों को एक फूड कोर्ट परिसर में इकट्ठा कर लिया, जहां दो अन्य पाकिस्तानी आतंकवादी थे।
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