जीवनशैली धर्म-ज्‍योतिष

Sawan 2023 : सावन व्रत में भूलकर भी न खाएं ये चीजें, नहीं तो रूठ जाएंगे भेलेनाथ !

नई दिल्‍ली (New Delhi)। Sawan 2023 : सावन में सोमवार (Sawan Somwar ) व्रत पूजा का विशेष विधान है। सनातन धर्म (Sanatan Dharma) में जब कोई पर्व या त्यौहार (festival) शुरू होता है, तो ग्रह नक्षत्र की स्थिति भी ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक बदलती है। इस साल 4 जुलाई से सावन का महीना (sawan month) शुरू हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, 19 साल बाद सावन के महीने में अद्भुत संयोग (wonderful coincidence) बन रहा है।

ज्‍योतिष के अनुसार मान्यता है कि सावन सोमवार व्रत में पूरी श्रद्घा के साथ भगवान भोलेनाथ (Lord Bholenath) और मां पार्वती की आराधना करने से मनचाहा वरदान(desired boon) मिलता है। विवाह में आ रही बाधाएं, संतान सुख, धन लाभ(money gain), रोग से मुक्ति पाने के लिए सावन सोमवार का व्रत बहुत लाभकारी माना गया है।

वैसे तो इस साल दो सावन के महीना पड़ रहे है। हर सोमवार पर विशिष योग (special yoga) बनने से इसका महत्व बढ़ गया है। सावन में बारिश का आरंभ हो जाता है ऐसे में सावन सोमवार के व्रत में जरूरी है भोजन पर विशेष ध्यान दिया जाए।

सावन सोमवार व्रत में क्या न खाएं
सावन सोमवार का व्रत रखें तो प्याज, लहसून, मसालेदाल भोजन ग्रहण न करें. इससे सेहत संबंधी परेशानियां हो सकती है.

इस व्रत में अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए. साथ ही मैदा, आटा, बेसन, सत्तू से बनी चीजें भी न खाएं. बैंगन को शुद्ध नहीं माना जाता. ऐसे में जो व्यक्ति सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं वो अपने भोजन में बैगन का इस्तेमाल न करें।
सावन के पूरे माह में मांस-मछली, मदिरापान का सेवन अशुभ माना जाता है। मान्यता है कि इसके सेवन से सावन सोमवार व्रत का फल नहीं मिलता।

सावन सोमवार व्रत में जो लोग दिन में एक समय भोजन करते हैं वो हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन न करें। इससे आपका स्वास्थ बिगड़ सकता है।



सावन सोमवार व्रत में क्या खाएं
सावन सोमावर व्रत में पूजा के बाद ही भोजन ग्रहण करें। इस दिन सात्विक भोजन ही करें। ये निर्जला व्रत नहीं होता इसलिए सेंधा नमक से बनी चीजें खा सकते हैं1 व्रत के चलते दिन में एक बार ही नमक युक्त खाना ग्रहण करें।

अगर आप सिर्फ फलाहार पर व्रत रखते हैं तो मौसमी फलों का सेवन करें। इन फलों में सेब, अनार, केला, नाशपाती या फिर इनका जूस पी सकते हैं।

(नोट- इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)

Share:

Next Post

राइट्स एंड रिस्क एनालिसिस ग्रुप ने राष्ट्रपति शासन और विस्थापितों के पुनर्वास का सुझाव दिया मणिपुर में शांति के लिए

Mon Jul 3 , 2023
नई दिल्ली । नई दिल्ली स्थित (Located in New Delhi) राइट्स एंड रिस्क एनालिसिस ग्रुप (Rights and Risk Analysis Group) ने मणिपुर में शांति के लिए (For Peace in Manipur) राष्ट्रपति शासन (President’s rule) और विस्थापितों के पुनर्वास (Rehabilitation of Displaced Persons) का सुझाव दिया (Suggestions Given) । आरआरएजी के निदेशक सुहास चकमा ने कहा […]