- शैक्षणिक वर्ष 2022-23 के लिए ऑनलाइन होगी प्रक्रिया। एमपीटास एवं एनआइसी पोर्टल पर 20 फरवरी तक होंगे आवेदन
भोपाल। शासन द्वारा अनुसूचित जाति और जनजाति के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। ताकि आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें। छात्रवृत्ति और आवास सहायता योजना के लिए विद्यार्थियों से आवेदन बुलाए गए हैं। यह आवेदन एमपीटास एवं एनआइसी के पोर्टल के माध्यम से किए जा सकेंगे। दोनों पोर्टल पर 20 फरवरी तक आवेदन होंगे। अनुसूचित जाति एवं जनजाति विकास विभाग द्वारा एमपीटास एवं एनआइसी छात्रवृत्ति पोर्टल पर छात्रवृत्ति के आवेदन बुलाये गए हैं। शैक्षणिक वर्ष 2022-23 की छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होंगे, इसके लिए विद्याथियों को पांच दिन का समय मिलेगा। क्योंकि दोनों पोर्टल 20 फरवरी तक ही खुले रहेंगे। इसके बाद आवेदन स्वीकृति नहीं होंगे। अनुसूचित एवं जनजाति विकास विभाग की सहायक आयुक्त निशा मेहरा ने बताया कि अनुसूचित जाति एवं जनजाति के महाविद्यालयीन सभी विद्यार्थियों से आवेदन बुलाएं गए हैं। 20 फरवरी के बाद पोर्टल को पुन: बन्द कर दिया जाएगा। समय-सीमा में आवेदन नहीं किए जाने का समस्त उत्तरदायित्व विद्यार्थियों का रहेगा।
प्रोफाइल पंजीयन करना होगी
सहायक आयुक्त मेहरा का कहना है कि सभी महाविद्यालय के प्राचार्यों को भी समय सीमा में आवेदन कराने के निर्देश दिए हैं। प्राचार्य को अपने विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के ऑनलाइन आवेदन करने की कार्यवाही पूर्ण करनी होगी। ताकि विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिल सके। इसके अलावा एमपीटॉस पर विद्यार्थियों को प्रोफाइल पंजीयन कराना भी जरूरी है।
पंजीयन कराने पर ही छात्रवृत्ति योजना का लाभ मिल सकेगा।
