- दो माह और करना होगा इंतजार, सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए योजना
उज्जैन। उज्जैन जिले में संचालित होने वाले सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को सरकार की तरफ से स्कूली ड्रेस मिलेगी। इन्हें महिला स्व सहायता समूहों द्वारा तैयार कराने का निर्णय शिक्षा विभाग ने लिया है। हालांकि कम से कम दो माह तक ओर विद्यार्थियों को इंतजार करना होगा। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि दो की जगह चार जोड़ी ड्रेस मिलेगी इस बार बच्चों को दो की जगह चार जोड़ी ड्रेस मिलेगी। इसमें इस साल की दो और बीते कोरोना काल के सत्र की दो जोड़ी ड्रेस शामिल है। उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों को नि:शुल्क दो जोड़ी ड्रेस दी जाती हैं। पूर्व के सालों में ड्रेस की राशि विद्यार्थियों की खातों में डाली जाती थी, जिससे विद्यार्थियों के अभिभावक अपनी मर्जी से कही से भी ड्रेस सिलवा सकते थे। बाद में मुख्यमंत्री के निर्देश पर यह काम स्व सहायता समूहों को दिया गया था, लेकिन तब वह गणवेश बेहद कम गुणवत्ता की निकली थीं। इसके बाद कोरोना की वजह से स्कूल बंद रहे। अब इस सत्र में स्कूल खुले हुए करीब चार माह का समय होने जा रहा है , लेकिन अब तक बच्चों को ड्रेस नहीं मिल सकी है।
इसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थे कि स्व-सहायता समूह के माध्यम से ही ड्रेस सिलवाने का कार्य किया जाएगा, लेकिन स्व-सहायता समूह की पिछले बार की क्वालिटी व खामियों को देखते हुए विभाग ने इस बार तय किया है कि ड्रेस की गुणवत्ता देखने के बाद ही पूरी राशि का भुगतान किया जाएगा। सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को दो जोड़ी ड्रेस के लिए छह सौ रुपए की राशि दी जाती है। इस पर हर साल राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा 390 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। लेकिन इस बार पिछले सत्र व वर्तमान सत्र की चार जोड़ी ड्रेस वितरित की जाएगी। इसकी वजह से यह राशि दोगुनी खर्च करनी पड़ेगी। रोजगार दिलाने के लिए प्रशासन ने जिले के सभी शासकीय स्कूलों के बच्चों को दी जाने वाली यूनिफार्म की सिलाई इन समूहों से कराने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। Share:
