संत नगर। उपनगर में बिजली उपभोक्ताओं को विद्युत मंडल द्वारा निरंतर भेजे जा रहे बेहिसाब बिजली बिल देखकर उपभोक्ताओं में गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है ।इधर प्रदेश के मुख्यमंत्री लोगों को मोबाइल से एसएमएस भेज कर कह रहे हैं कि कोरोनावायरस के चलते सभी उपभोक्ताओं को बिजली बिल आधे लिए जाएंगे। लेकिन विद्युत मंडल के अधिकारी बिजली बिल आधा तो करना दूर की बात है बिल में लगे दंड ब्याज तथा अधिभार को कम करने के लिए तैयार नहीं है।
उधर कांग्रेस बिजली उपभोक्ताओं के इस गुस्से को अपनी राजनीति में भुनाना चाह रही है। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष नानक चंदनानी का कहना है कि कांग्रेस ने तीन बार विद्युत मंडल अधिकारियों को उपभोक्ताओं को सही बिल भेजने के लिए आवेदन तथा ज्ञापन दिए हैं लेकिन फिर भी विद्युत मंडल उपभोक्ताओं को मनमाने बिजली बिल भेज कर लूट का सूट कर रहा है जिसके चलते कांग्रेस लॉकडाउन के बाद बिजली दफ्तर को गिरेगी और जन आंदोलन शुरू करेगी।
कांग्रेस वरिष्ठ नेता नरेश ज्ञानचंदानी का आरोप है कि विद्युत मंडल उपभोक्ताओं से जानबूझकर लूट खसोट कर रहा है। लॉकडाउन के दौरान विद्युत मंडल ने उपभोक्ताओं के घरों व दुकानों पर लगे मीटरों की रीडिंग नहीं ली थी अब वह पूरे 4 माह की एक साथ रीडिंग लेकर बिजली यूनिट दर निर्धारित दर से डेढ़ गुना ज्यादा जोड़ कर उस हिसाब से अधिकार व ब्याज दंड लगाकर ले रहा है जबकि विद्युत मंडल को चारों महीनों के अलग-अलग बिल बिगर दंड अधिभार के एक बिल में बना कर देने चाहिए ।उपभोक्ता सरकार से कोई भीख नहीं मांग रहे है उपभोक्ता तो कह रहे हैं कि जितनी हमने बिजली जलाई है उसका निम्न यूनिट दर से भुगतान करने के लिए तैयार हैं। लेकिन हमसे लूट खसोट क्यों की जा रही है।