भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

भोपाल में कोरोना संक्रमण बढऩे से अस्पतालों के बेड हुए फुल

  • एलएन, पीपुल्स और आरकेडीएफ में भी शुरू हुआ संक्रमितों का इलाज

भोपाल। राजधानी में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। इस कारण भोपाल कोरोना संक्रमित एक्टिव केस के मामले में राज्य में पहले नंबर पर आ गया है। वहीं दूसरी तरफ यहां के कोविड अस्पतालों में बेड कम पडऩे लगे हैं। कई अस्पतालों में कोविड वार्ड में अब जगह ही नहीं है। इस कारण संक्रमितों को दूसरे अस्पताल में भेजा जा रहा है। जानकारी के अनुसार, शहर में संक्रमण बढऩे का असर कोविड अस्पतालों पर भी पड़ा है। कई अस्पतालों के बेड फुल हो गए है। इस कारण मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजा जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, पिछले एक पखवाड़े में कोरोना संक्रमितों की संख्या इस तेजी से बढ़ी है कि चिरायु, बंसल, एम्स और हमीदिया के कोविड वार्ड के 1887 बेड में से 1187 बेड फुल हो गए है। हमीदिया के मरीजों को टीबी अस्पताल में भेजा जा रहा है। वहीं खुशीलाल, होमियोपैथी और युनानी अस्पताल के भी बेड भर गए हैं। इस कारण एलएन, पीपुल्स और आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज में अब कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू किया गया है।

इंदौर में अब 2060 तो भोपाल में 2500 के पार सक्रिय मरीज
राजधानी भोपाल कोरोना संक्रमित एक्टिव केस के मामले में राज्य में पहले नंबर पर आ गया है। अब यहां पर 2508 मरीजों का अस्पताल में चल चल रहा है, जबकि इंदौर में यह संख्या 2060 है। ऐसे में अब तक प्रदेश में पहले नंबर पर चल रहे इंदौर को भोपाल ने पीछे छोड़ दिया है। यह स्थिति बीते करीब 15 दिन से भोपाल में 100 या उससे अधिक संक्रमितों के लगातार मिलने के कारण बनी है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार है।

संक्रमित कम एक्टिव केस ज्यादा
इंदौर से भोपाल की तुलना की जाए, तो अभी इंदौर में संक्रमतों की संख्या ज्यादा है, लेकिन एक्टिव केस के मामले में भोपाल उससे कहीं आगे निकल गया है। राजधानी में संक्रमितों की संख्या 6647 हो गई है। इनमें से 2508 कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। जबकि इंदौर में पॉजिटिव केस 7448 हो गए हैं। इनमें से 2060 का इलाज चल रहा है।

इंदौर से आधी हुई भोपाल में मौतें
कोरोना संक्रमण के कारण मरने वालों की बात की जाए, तो इस मामले में इंदौर अभी भी भोपाल से कहीं आगे हैं। इंदौर में अब तक 312 लोगों की कोरोना संक्रमण के कारण मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि भोपाल में 176 पॉजिटिव अपनी जान गवां चुके हैं। प्रदेश में कुल 867 लोगों की मौत हो चुकी है। दोनों शहरों के आंकड़े मिला लिए जाएं तो शेष 50 जिलों में मौतों की संख्या आधे से भी काफी कम है।

जुलाई के 15 दिन में 13 फीसदी तक बढ़े कोरोना पॉजिटिव मरीज
राजधानी में कोरोना के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। सामुदायिक संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है, इसलिए शहर में एंटीजन टेस्ट की सुविधा भी शुरू की गई है। इसकी रिपोर्ट 30 मिनट के अंदर मिल जाएगी। शुक्रवार को 500 से ज्यादा एंटीजन टेस्ट किए गए हैं, जिसमें दो दर्जन से अधिक लोग पॉजिटिव मिले हैं। इधर, शहर में अब पॉजिटिव मिलने वाले मरीज 13 फीसदी तक बढ़ गए हैं। पहले 3 से 4 फीसदी लोग ही कोरोना संक्रमित मिल रहे थे, लेकिन 15 जुलाई के बाद से 14 से 17 फीसद तक संक्रमित मिल रहे हैं। इधर, सिर्फ जुलाई महीने में शहर में 3909 संक्रमित मरीज मिले हैं। पिछले तीन महीने में महज 3004 पॉजिटिव मरीज ही मिले थे।

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