इंदौर (Indore)। अवयस्क पुत्री के साथ अश्लील हरकत करने वाले पुलिसकर्मी पिता को विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) सुरेखा मिश्रा की कोर्ट ने सात वर्ष का सश्रम कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने थाना रावजी बाजार के अपराध मे निर्णय पारित करते हुए आरोपी पिता (प्रधान आरक्षक), उम्र 48 वर्ष को धारा 9(एन)/10 पॉक्सो एक्ट में 07 वर्ष का सश्रम कारावास व धारा 506(भाग-दो) में 05 वर्ष का सश्रम कारावास एवं धारा 323 भा.दं.सं. में दोषी पाते हुए 01 वर्ष का सश्रम कारावास व कुल जुर्माना 3000/- रुपये के अर्थदण्ड से दंडित किया। प्रकरण में अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक सुशीला राठौर, एडीपीओ द्वारा की गई। न्यायालय द्वारा अवयस्क पीडि़ता को 50,000/- रुपये राशि प्रतिकर स्वरूप दिलाये जाने की अनुशंसा की गई।
“न्यायालय द्वारा अपने निर्णय में कहा है कि अभियुक्त, द्वारा पिता होते हुये अपनी स्वयं की अवयस्क पुत्री के साथ उक्त प्रकार का कृत्य किया गया है, जो बालिका पुत्री के विश्वास को तोड़ता है और पिता-पुत्री के रिश्ते को कलंकित करता है। अत: अभियुक्त के साथ नरमी नहीं बरती जा सकती है और अपराध के लिये अधिकतम दण्ड से दण्डित किया जाना न्यायोचित है”।
अभियोजन का मामला संक्षेप में इस प्रकार है कि बालिका द्वारा थाना रावजी बाजार में लिखित शिकायती आवेदन दिनांक 09-09-2019 को इस आशय का प्रस्तुत किया कि वह उम्र 15 वर्ष की होकर कक्षा दसवीं में पढ़ती है। उसकी मम्मी को उसके पिता/आरोपी ने करीब डेढ़ साल से मारपीट कर घर से निकाल दिया था, तब उसकी माँ उसे व उसके भाई को पिता/आरोपी के पास छोड़कर चली गई थी और तब से लेकर आज तक उसके पिता ने उसकी माँ से मिलने नहीं दिया, न ही बातचीत करने दी।
उसके पिता/आरोपी उसकी मम्मी के जाने के बाद उसके साथ कई बार बुरी नीयत से छेड़छाड़ कर चुके हैं. उसके पिता/आरोपी ने उसके साथ थप्पड़-मुक्कों से भी मारपीट की तथा उसे कई बार कहा गया कि अगर यह बात किसी को बताई तो वह उसे मारकर फेंक देगा, इसलिये यह बात अभी तक उसने किसी को नहीं बताई। वह अपने पिता/आरोपी की इन हरकतों से परेशान थी। आज उसकी माँ उससे स्कूल में मिलने आई तो उसने अपनी माँ को सारी बात बताई और फिर माँ के साथ जाकर पुलिस थाना रावजी बाजार में लिखित शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था
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