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शिंदे सरकार का फ्लोर टेस्ट आज, स्पीकर ने ठाकरे गुट को दिया बड़ा झटका

मुंबई। महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में पिछले लगभग 1 महीने से चल रहे सियासी घमासान (political turmoil) का नतीजा आज फ्लोर टेस्ट (floor test) के तौर पर होगा। फ्लोर टेस्ट से पहले प्रदेश की राजनीति में मैराथन बैठकें हुईं। सीएम एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने शिवसेना के 39 विधायकों के साथ बैठक की। उधर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और एनसीपी प्रमुख शरद पवार (NCP chief Sharad Pawar) ने भी महत्वपूर्ण बैठक की है। फ्लोर टेस्ट को लेकर प्रदेश का हर प्रमुख राजनीतिक धड़ा अपने स्तर पर रणनीति तय करने में जुटा है।


व्हिप को लेकर विवाद
महाराष्ट्र में स्पीकर के चुनाव को लेकर शिवसेना की ओर से व्हिप जारी किया गया था। पार्टी के दोनों गुटों शिंदे गुट और ठाकरे गुट ने अपने विधायकों को लेकर व्हिप जारी किया था। अब व्हिप जारी करने को लेकर विवाद हो गया है और यह विवाद चुनाव आयोग तक पहुंच सकता है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि अध्यक्ष चुनने को लेकर 39 विधायकों ने हमारे व्हिप का पालन नहीं किया है। शिंदे गुट के पास 39 विधायकों की ताकत है। उद्धव ठाकरे के साथ उनके बेटे आदित्य समेत 16 विधायक हैं। ताजा घटनाक्रम में शिवसेना के उद्धव ठाकरे धड़े ने भी शिंदे समेत उनसे साथ गए सबी विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।

उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका
एकनाथ शिंदे-भाजपा सरकार के महत्वपूर्ण विश्वास मत से एक दिन पहले उद्धव ठाकरे गुट को बड़ा झटका लगा। रविवार रात महाराष्ट्र विधानसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ने शिवसेना विधायक अजय चौधरी को विधायक दल के नेता के पद से हटा दिया। स्पीकर राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा जारी एक पत्र ने शिंदे को शिवसेना के विधायक दल के नेता के रूप में बहाल किया गया और ठाकरे गुट से संबंधित सुनील प्रभु को हटाकर शिंदे खेमे से भरत गोगावाले को शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त किया।

शिवसेना विधायक अजय चौधरी की नियुक्ति खारिज
शिवसेना के बागी विधायक और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को संबोधित पत्र में कहा गया है कि महाराष्ट्र विधान भवन प्रशासन को उनके गुट से 22 जून को एक पत्र मिला था जिसमें पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे द्वारा शिंदे को शिवसेना विधायक दल के समूह नेता के रूप में हटाने पर आपत्ति जताई गई थी। अध्यक्ष राहुल नार्वेकर के कार्यालय द्वारा रविवार रात जारी पत्र में कहा गया है कि मामले की वैधता पर चर्चा करने के बाद अध्यक्ष ने पार्टी की विधायक इकाई के समूह नेता के रूप में शिवसेना विधायक अजय चौधरी की नियुक्ति को खारिज कर दिया।

भरत गोगावले पार्टी के मुख्य सचेतक होंगे
पत्र के मुताबिक, नया निर्देश शिंदे को शिवसेना के सदन के नेता के रूप में बहाल करता है और सुनील प्रभु की जगह भरत गोगावाले को पार्टी के मुख्य सचेतक के रूप में नियुक्त करने को भी मान्यता देता है। यह घटनाक्रम ठाकरे गुट के लिए एक बड़ा झटका है, जिसमें 16 विधायक शामिल हैं, जो सोमवार के विश्वास मत के लिए गोगावाले द्वारा जारी किए जाने वाले व्हिप से बंधे होंगे। अगर ये 16 विधायक व्हिप का पालन करने से इनकार करते हैं, तो उन्हें अयोग्यता का सामना करना पड़ सकता है।

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