भोपाल । मध्य प्रदेश पुलिस (Madhya Pradesh Police) को राष्ट्रीय स्तर पर सीसीटीएनएस क्रियांवयन (CCTNS Implementation) में दूसरा स्थान मिला है. अभी तक मध्य प्रदेश पुलिस चौथे स्थान पर रहती थी. यह दूसरा स्थान गृह मंत्रालय की समीक्षा में पुलिस को मिला है.
प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशानुसार, राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो, गृह मंत्रालय (Home Ministry) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर सीसीटीएनएस क्रियान्वयन की सतत मॉनिटरिंग “प्रगति समीक्षा” के रूप में की जाती है. “प्रगति समीक्षा” के आधार पर काफी समय से मध्यप्रदेश चतुर्थ स्थान पर था. लेकिन पहली बार दिसम्बर-2020 की प्रगति समीक्षा में मध्यप्रदेश को द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है.
सीसीटीएनएस (क्राइम एण्ड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क सिस्टम) भारत सरकार के राष्ट्रीय ई-शासन योजना के तहत एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. इसके अंतर्गत वर्तमान में संपूर्ण मध्यप्रदेश में 1068 थाने एवं 638 वरिष्ठ कार्यालयों में सीसीटीएनएस कार्यशील है. वर्तमान में सीसीटीएनएस के माध्यम से हमारे द्वारा प्राथमिकी पंजीकरण, गैर संज्ञेय रिपोर्ट, मेडिको लीगल केस, गुमशुदा व्यक्ति, खोयी हुई संपत्ति,लापता मवेशी, विदेशी पंजीकरण, सी-फार्म, लावारिस/परित्यक्त संपत्ति, अज्ञात/पाया व्यक्ति, निवारक कार्यवाही, पर्यवेक्षण रिपोर्ट/प्रगति का पंजीकरण, अज्ञात मृत शरीर/अस्वाभाविक मृत्यु पंजीकरण, अनुसंधान संबंधी कार्य, शिकायतों के पंजीकरण, डेटाबैंक सेवाएं आदि कार्य किये जाते हैं.
मध्यप्रदेश सीसीटीएनएस और ई-कोर्ट इंटीग्रेशन प्रारंभ किया गया है. जिसमें न्यायालय को एफआईआर, चालान तथा संपूर्ण केस डायरी का डेटा प्रदाय किया जा रहा है. आईसीजेएस के माध्यम से पुलिस विभाग को कोर्ट से विभिन्न पैमानों पर प्रकरण की स्थिति सही समय पर प्राप्त होती है.
सीसीटीएनएस के माध्यम से नागरिकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान की गयी हैं, जिनमें आठ फरवरी 2021 तक अशासकीय सेवा के लिए चरित्र प्रमाणपत्र अनुरोध (172959), खोई संपत्ति पंजीयन (79175), पुलिस हेतु सूचना (13781), शिकायत पंजीकरण (10181), किरायेदार/पीजी सूचना पंजीयन (4141), नागरिक प्रतिक्रिया (640), घरेलू/असंगठित व्यवसायिक सहायक पंजीयन (38), पंजीकरण प्राप्त हुए हैं. इसके अतिरिक्त नागरिकों हेतु मध्यप्रदेश पुलिस द्वारा तैयार मोबाइल एप्प MPeCop भी उपलब्ध है. इसके लगभग 1,62,423 इंस्टालेशन हो चुके हैं.
Share: