इन्दौर में मौतों की सौदागरी….
और भी कई के जानलेवा स्थिति में पहुंचने की खबरें
इन्दौर। कोरोना काल में पैसे कमाने के लालची नासमझ और झोलाछाप डॉक्टर ( Jholachap Doctor) लोगों की जान से जहां खिलवाड़ में जुटे हैं वहीं शहर में एक स्कीन (Skin) याने चर्म रोगों की डॉक्टर (Doctor) के क्लीनिक में उसके ही एक अनपढ़ परिजन ने लोगों का मजमा लगाकर उन्हें उल्टी-सीधी दवाइयां देकर गंभीर स्थिति में पहुंचा डाला। इनमें से एक ही परिवार के दो लोग गंभीर होकर जहां जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं, वहीं उसी परिवार के मुखिया शहर के एक जाने-माने मीडिया (Media) से जुड़े व्यक्ति की मौत हो गई।
इन्दौर के पलासिया (Palasia) स्थित नवनीत प्लाजा (Navneet Plaza) की तीसरी मंजिल पर स्थित स्कीन गैलेक्सी की संचालिका डॉ. नूरीन मुंशी (Nurin Munshi) ने कोविड क्लीनिक खोल डाला। इस डॉक्टर द्वारा कई महीनों से कोरोना के इलाज के नाम पर लोगों की भीड़ जुटाई जा रही थी। महामारी की तीसरी वेव में जब यह भीड़ बढ़ती गई तो वहां मौजूद डॉक्टर के अनपढ़ परिजन ने ही कोरोना मरीजों का इलाज शुरू कर दिया और साधारण बुखार तक के मरीजों को हाईडोज की सलाह देता रहा। इस दौरान कई अच्छे भले लोग संक्रमित होकर गंभीर स्थिति में पहुंचने लगे। भोपाल में सरकारी नौकरी से रिटायर हुए इस अधेड़ ने इसी बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर स्थित पीएसपीएल और स्वीफ्ट एडवरटाइजिंग के विज्ञापन प्रमुख उमेश जैन (Umesh Jain) ने अपने परिवार का इलाज करा डाला। नुरीन मुंशी और उक्त अधेड़ के गलत इलाज के चलते जहां उमेश की पत्नी गम्भीर अवस्था में जा पहुँची वहीं उनके इलाज की व्यवस्था में जुटे उमेश भी संक्रमित हो गए और दवाइयों से गंभीर अवस्था में पहुंचने के बाद जब अस्पताल में दाखिल हुए तो एक ही दिन में बेहद गंभीर अवस्था में पहुंचकर उन्होंने दम तोड़ दिया। उमेश की पत्नी की हालत जहां अभी भी गंभीर है वहीं बेटा भी जीवन-मृत्यु से संघर्ष कर रहा है। मुंशी के खिलाफ नवनीत प्लाजा (Navneet Plaza) की सोसायटी ने पुलिस में जहां लिखित शिकायत की है वहीं पर्चियों के आधार पर परिजन भी कार्यवाही करने जा रहे हैं।
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