इंदौर। शहर (city) की रेती मंडी (reti mandi ) रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जा रहे रेल ओवरब्रिज (bridge) की स्लैब बनना (slab construction) शुरू हो गई है। ब्रिज के ज्यादातर पिलर तैयार हो चुके हैं। यह ब्रिज पीडब्ल्यूडी (pwd) द्वारा बनाया जा रहा है। साल के अंत तक ब्रिज की दोनों भुजाएं (arms) बनकर तैयार हो जाएंगी।
शहर में बन रहे अन्य रेल ओवरब्रिजों या फ्लायओवर की तुलना में रेती मंडी रेल ओवरब्रिज का काम काफी तेजी से हो रहा है। पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले अक्टूबर में इस ब्रिज का काम शुरू किया गया था। राज्य सरकार 37 मीटर चौड़े दो भुजा वाले इस ब्रिज के निर्माण पर करीब 25 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। इंदौर-महू रेल लाइन पर स्थित रेती मंडी क्रॉसिंग पर बनाए जा रहे इस ब्रिज के बनने के बाद शहर में कुछ चुनिंदा क्रॉसिंग ही रह जाएंगे, जहां रेल ओवरब्रिज नहीं है। इनमें लक्ष्मीबाई नगर माल गोदाम रोड और बाणगंगा रेलवे क्रॉसिंग (इंदौर-देवास-उज्जैन रेल लाइन) शामिल हैं। हालांकि, वहां भी पीडब्ल्यूडी ने ब्रिज निर्माण की तैयारी कर ली है।
दो स्लैब बन गईं
पीडब्ल्यूडी के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रेती मंडी ब्रिज के लिए स्लैब निर्माण का काम शुरू हो गया है। दो स्लैब तो बन भी चुकी हैं। कांक्रीट का काम जल्द शुरू होगा। नवंबर-दिसंबर तक ब्रिज की दोनों भुजाएं बन जाएंगी और मध्य भाग 2025 के अंत तक बनने की उम्मीद है। रेल पटरी के ऊपरी हिस्से में ब्रिज का मध्य भाग रेलवे खुद अपने खर्च पर बनाएगा।