इन्दौर। लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन पढऩे वाले बच्चे भी ठीक से पढ़ नहीं पा रहे हैं तो जिनके पास साधन नहीं है, वे बच्चे कैसे पढ़ेंगे? ऐसे ही गरीब परिवार की 10वीं में पढऩे वाली दो बच्चियों को जब मैथ्स पढऩे में परेशानी आई तो उन्होंने पुलिस के सिपाहियों से मदद मांगी। सिपाही भी मैथ्स में इतने निपुण नहीं थे तो उन्होंने सोशल मीडिया पर मदद मांगी और बच्चियों को ट्यूटर मिल गए।
आरती और राधा नामक ये दोनों बच्चियां लालबाग के सामने रहती हैं। यहां ऑपरेशन स्माइल के नाम से एक क्लास चलाई जाती है, जिसमें पुलिस के सिपाही संजय सावरे पढ़ाते हैं। अन्य बच्चों को पढ़ाने के लिए ट्राफिक पुलिस के रणजीतसिंह और सुमंतसिंह भी जाते हैं। ये जब पढ़ाने पहुंचे तो आरती और राधा ने कहा कि वे 10वीं में हैं और इस बार उन्हें दो विषयों में पूरक आ गई थी और स्कूल चालू नहीं होने के कारण उन्हें गणित और विज्ञान समझ नहीं आ रहा है। उनके पास ऑनलाइन पढऩे की भी व्यवस्था नहीं है। इसको लेकर सुमंत और रणजीत ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया और उसमें इन बच्चियों को किसी ट्यूटर या विषय विशेषज्ञ द्वारा पढ़ाने की अपील की। रणजीत ने बताया कि 8-10 फोन आए हैं और उन्हें रविवार को बुलाया गया है, क्योंकि क्लासेस रविवार को ही लगती है। अगर एक-एक ट्यूटर इनकी जवाबदारी लेकर सामूहिक रूप से इनको पढ़ाएगा।
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