कानपुर। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव जीतने के लिए सियासी चालें चलनी शुरू कर दी है. सपा की नजर ब्राह्मण वोट बैंक के साथ ही पिछड़े वर्ग पर भी है. इसी कड़ी में साइकिल यात्रा के बाद अब 9 अगस्त यानी आज से पूरे प्रदेश में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन की शुरुआत हो रही है. यह सम्मेलन 15 अगस्त तक चलेगा. सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने यह जानकारी दी.
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल के निर्देश पर समाजवादी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डा. राजपाल कश्यप अगस्त क्रान्ति दिवस से सूबे के विभिन्न जिलों में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन करेंगे. इसके अंर्तगत कानपुर नगर में 9 अगस्त को पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.
“वोट भी बढ़ाएंगे, बूथ भी जिताएंगे!”
लखनऊ पार्टी कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की उपस्थिति में संपन्न हुआ महान दल कार्यकर्ता सम्मेलन।
बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए कार्यकर्ता एवं नेता।
“मौर्या, शाक्य, सैनी और कुशवाहों ने ठाना है।
2022 में सपा सरकार बनाना है।” pic.twitter.com/pSscornTzs— Samajwadi Party (@samajwadiparty) August 8, 2021
कानपुर नगर के बाद 10 अगस्त को कानपुर देहात, जालौन, 11 अगस्त को झांसी, 12 अगस्त को महोबा, 13 अगस्त को हमीरपुर और 14 अगस्त को कानपुर ग्रामीण में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. इसके बाद 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन फतेहपुर के जहानाबाद विधानसभा में पिछड़ा वर्ग सम्मेलन का समापन होगा.
बता दें, इससे पहले रविवार को पार्टी कार्यालय, लखनऊ में महान दल कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी पहुंचे, जिससे समाजवादी पार्टी बेहद उत्साहित है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि हमारी पार्टी अब 400 सीटों पर जीत दर्ज करेगी.
सूबे की सत्ता पर काबिज होने के लिए समाजवादी पार्टी हर हथकंडे अपना रही है. एक तरफ जहां सपा 23 अगस्त को बलिया जिले से ब्राह्मण सम्मेलन शुरू करने जा रही है, वहीं आज से पिछड़ा वर्ग सम्मेलन की शुरुआत कर स्पष्ट संकेत दिए हैं कि उसकी नजरें ब्राह्मण वोट बैंक के साथ पिछड़े वर्ग के वोट बैंक पर भी है. अब देखना यह होगा कि आगामी विधानसभा चुनाव में इससे सपा को कितना फायदा मिलता है?
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