ग्वालियर। देश दुनिया में कई तरह के ऐसे काम होते हैं जो गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness Book of World Records) में दर्ज किए जाते हैं और काम वहीं रिकार्ड किए जाते हैं जो इससे पहले कभी न किए गए हों, किन्तु जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर (Jiwaji University Gwalior) के छात्र दुष्यंत सिंह भदौरिया (Dushyant Singh Bhadauria) द्वारा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए दावा पेश कर दिया। बीते 20 दिनों में 220 घण्टे लगातार काम करते हुए दुष्यंत ने विश्व की सबसे बड़ी मौजेक पोर्ट्रेट पूरी कर ली। जिसमें उन्होंने महाभारत के युद्ध से पहले कृष्ण और अर्जुन की शंखनाद का चित्र बनाया है।
बता दें कि दुष्यंत ने वर्ल्ड लार्जेस्ट मौजेक पोर्ट्रेट तैयार करने में लगभग 1 लाख 20 हजार बोर्ड पिनो का उपयोग किया है। जिसका उपयोग करते हुए 10×10 फीट के केनवास बोर्ड पर एक चित्र तैयार किया है जो महाभारत से जुड़ी उस घटना को दर्शा रहा है जब युद्ध से पहले भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन ने शंखनाद किया था तैयार की गई पोर्ट्रेट की खासियत यह है कि यूं तो इसे करीब से देखा जाए तो चित्र समझ नही आता, लेकिन थोड़ा दूर से देखने पर पूरा पोट्रेट एक सुंदर चित्र को दर्शाने लगता है। इस दावे को साबित करने के लिए इस दौरान किये गए काम का पूरा रिकॉर्ड कैमरे में भी कैद किया गया है साथ ही गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड् की टीम द्वारा तय की गई, लोकल मॉनिटरिंग कमेटी के माध्यम से लगातार इस कार्य पर निगाह रखी गयी।
विदित हो कि दुष्यंत द्वारा जनवरी माह में गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में अप्लाई किया गया था, जिसका अप्रूवल उन्हें हाल ही में मिला था जिसके बाद दुष्यंत इस पेंटिंग को तैयार करने में जुट गए यह पेंटिंग गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस की गाइड लाइन के हिसाब से तैयार की गई है। ऐसे में दुष्यंत द्वारा रिकॉर्ड के दावे से जुड़े सभी साक्ष्य गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस के ऑफिस भेजे गए है। जहां मुख्य कमेटी पूरी जांच के बाद दुष्यंत को अवार्ड से नवाजेगी।
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