सुरक्षा एजेंसियों का नेटवर्क हुआ काफी मजबूत, लोगों का मिल रहा है सहयोग
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में जुलाई के महीने के शुरुआती 24 दिनों के भीतर सुरक्षाबलों (security forces) को अब तक 26 आतंकियों (terrorists) को मार गिराने में सफलता हाथ लगी है। इनमें से 24 आतंकियों (terrorists) को 10 अलग-अलग मुठभेड़ों में कश्मीर घाटी में मार गिराया गया है। जबकि जम्मू संभाग के राजोरी जिले के सुंदरबनी में दो आतंकियों को मार गिराया गया था। वहीं इस (आतंकवादी विरोधी ऑपरेशन) दौरान जम्मू में सेना के दो जबकि कश्मीर संभाग में एक जवान शहीद हुआ है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो कश्मीर में 10 मुठभेड़ों के दौरान 24 आतंकी मार गिराए गए हैं, जबकि एक सेना का जवान भी शहीद हुआ है। गांदरबल और बडगाम जिले के अलावा कश्मीर घाटी के बाकी सभी जिलों में एक या एक से अधिक आतंकवादी विरोधी ऑपरेशन सुरक्षाबलों द्वारा अंजाम दिए गए हैं। दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में जुलाई के महीने में सबसे अधिक तीन मुठभेड़ हुई हैं, जबकि बाकी की मुठभेड़ श्रीनगर, अनंतनाग, कुलगाम, कुपवाड़ा, शोपियां, बारामुला और बांदीपोरा जिले में हुई हैं।
पुलवामा जिले का हांजिन, पिरचू और नई कॉलोनी, अनंतनाग जिले का कवारिगाम रोनिपोरा, शोपियां जिले का चक सिदिक खान, कुलगाम का जोदर, कुपवाड़ा का क्रालगुंड, श्रीनगर का दांमार सफाकदल, बारामुला जिले का वारपोरा सोपोर और बांदीपोरा जिले का सुमलर जंगल क्षेत्र में मुठभेड़ हुई हैं। पुलवामा में 3, अनंतनाग में 3, कुलगाम में 2, श्रीनगर में 2, शोपियां में 2, बारामुला में 2 और बांदीपोरा जिले में 2 आतंकी मार गिराए गए हैं। जबकि पुलवामा जिले के हांजिन में 1 जुलाई को आतंकियों के खिलाफ मुठभेड़ में सेना की 44 आरआर का एक जवान शहीद हुआ था।
हालात में सुधार चाहते हैं लोग
जहा एक ओर सुरक्षाबलों द्वारा कोविड के बावजूद भी आतंकवादी विरोधी ऑपरेशनों में कोई कमी नहीं आई है वहीं सुरक्षाबलों का इंटेलिजेंस ग्रिड भी काफी मजबूत हुआ है। माहिरों का मानना है कि ह्यूमन इंट में काफी बढ़ोतरी हुई है, क्योंकि लोग भी हालात में सुधार चाहते हैं और वह सुरक्षाबलों को आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशनों में सहयोग देते हैं।