आचंलिक

मनुष्य अनंत काल के दुखों से छुटकारा पा सकता है

दूध में जितना अंतर होता है उतना ही अंतर संसार से राग करने में है गंजबासौदा। भगवान के नाम अनेक हैं, पर भगवान एक है। दीपक अनेक हैं, पर प्रकाश एक है। फूल अनेक हैं,पर सुवास एक है । स्तुतियां अनेक हैं, परमात्मा एक ही हैं । श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान के सातवें दिन आयोजित […]

ब्‍लॉगर

ईश्वर अनादि काल से हमारा साथी है और हमेशा रहेगा

– मनमोहन कुमार आर्य अथर्ववेद के एक मन्त्र ‘अन्ति सन्तं न जहात्यन्ति सन्तं न पश्यति। देवस्य पश्य काव्यं न ममार न जीर्यति।।’ में कहा गया है कि ईश्वर जीवात्मा के अति समीप है। वह जीवात्मा का त्याग नहीं करता। इसका दूसरा अर्थ यह भी है कि ईश्वर हमारे अति समीप है, जीवात्मा उसका त्याग नहीं […]