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स्मृति शेषः राजनीति के पहलवान मुलायम सिंह यादव का यूं जाना

– सियाराम पांडेय’शांत’ राष्ट्रकवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ने ‘तुमुल’खंड काव्य में लिखा है कि म्रियमाण मरता है बहाना ढूंढ लेता काल है । लेकिन इन सबके बीच काल भी व्यक्ति के जीवन वृत्त,उससे जुड़े अफसाने लंबे समय तक भुलाने में समर्थ नहीं हो सकता । और अगर बात राजनीति के किसी महारथी की हो,तो उनकी […]