– प्रभात झा काजल की कोठरी में रहकर बिना कालिख लगे निकल जाना, आज के युग में लोग आठवां आश्चर्य ही मानते हैं। राजनीति अपने लिए नहीं, अपनों के लिए नहीं, वरन देश के लिए करने का सामर्थ्य जिस महापुरुष में था, उस राष्ट्रऋषि का नाम है नानाजी देशमुख। ‘भारत रत्न’ देने के जितने मानक […]