ब्‍लॉगर

मजदूर दिवस विशेष: ‘हुजूर, मजबूर है देश का मजदूर…!

– रमेश सर्राफ धमोरा मजदूर एक ऐसा शब्द है जिसके बोलने में ही मजबूरी झलकती है। सबसे अधिक मेहनत करने वाला मजदूर आज भी सबसे अधिक बदहाल स्थिति में है। दुनिया में एक भी ऐसा देश नहीं है जहां मजदूरों की स्थिति में सुधार हो पाया हो। दुनिया के सभी देशों की सरकारें मजदूरों के […]