खरी-खरी

लोकतंत्र के मंदिर में राजदंड का साष्टांग क्यों…

लोकतंत्र में राजदंड कैसा… राजा-महाराजा चले गए… राजतंत्र चला गया… हजारों लोगों की कुर्बानियां… सैकड़ों लोगों की शहादत के बाद हमने लोकतंत्र को पाया… अपनों के द्वारा चुने गए अपनों को देश का नेतृत्व थमाया… राजपाट का युग मिटाया और जिस राजदंड को हमने वर्षों पहले दफनाया और भारत के संविधान को अपने भविष्य का […]