ब्‍लॉगर

संसार हमारे अनुसार नहीं चलता

– हृदयनारायण दीक्षित सृजन में आनंद है। हम एक छोटी सी कविता लिखते हैं। मन आनंद से भर जाता है। किसी पौधे को सींचते हैं, पौधा प्रसन्न हो जाता है। पौधे की प्रसन्नता देखी जा सकती है। सृजन का आनंद सृजन के लिए और भी प्रेरित करता है। आनंदित चित्त अराजक नहीं होते। जान पड़ता […]