– मुरली मनोहर श्रीवास्तव ग्रामीण परिवेश और देसज भाषा की बात करें तो हिंदी साहित्य में मुंशी प्रेमचंद के बाद फणीश्वरनाथ रेणु का नाम ही जेहन में आता है। रेणु जी की रचनाएं शब्दचित्र सरीखी होती थीं, इसीलिए भारतीय साहित्य जगत उनका खास स्थान है। बिहार के अररिया जिले के फारबिसगंज के निकट औराही हिंगना […]