फिरोजाबाद। ‘कोई सुनने वाला नहीं है इस विभाग (पुलिस) में. यदि कप्तान साहब (captain sir) पहले ही सुन लिए होते तो मुझे यहां आने की आवश्यकता नहीं थी. कप्तान साहब यहां से गुजरे तो मैंने उनसे कहा कि इस थाली में से पांच रोटी आप खा लीजिए, अचार खा लीजिए… कम से कम आपको पता […]