आचंलिक

विंध्य सहित समूचे मध्यप्रदेश को अपूरणीय क्षति एकादशी को ब्रह्मलीन हुए पूंछ अगर दास महाराज गंगा तट पर होगी अंत्येष्टि

रीवा। महान गृहस्थ ऋषि , परम तपस्वी, परम पूज्यनीय अनन्य शिव उपासक पूज्य औघडदास बाबा जी जो 33 वर्षों से अन्न का त्याग कर 93 वर्ष की आयु मे विश्व कल्याण का चिंतन करते थे जिनकी कृपा और आशीर्वाद से मनोवांछित फल प्राप्त करने वाले सभी भक्तो को यह अत्यंत दुःख के साथ सूचित कर रहा […]

उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

वर्ष में एक बार पट खुले, दर्शनों के लिए लंबी कतार

रात 12 बजे पूजन के साथ 24 घंटे के लिए नागचंद्रेश्वर के दर्शन शुरू हुए और तब से ही अनवरत जारी है शांतिपूर्ण दर्शन उज्जैन। आज नागपंचमी महापर्व मनाया जा रहा है। महाकाल मंदिर के शिखर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट बीती मध्य रात्रि खुले। महानिर्वाणी अखाड़े के महंत और कलेक्टर ने नागचंद्रेश्वर का […]

उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

आज रात को खुलेंगे नागचंद्रेश्वर के पट…भक्तों को इंतजार

रात्रि साढ़े 12 बजे से श्रद्धालु कर सकेंगे 11वीं सदी की अनूठी प्रतिमा और शिवलिंग के दर्शन- 4 घंटे पहले से कतार में लग सकेंगे श्रद्धालु उज्जैन। कल नागपंचमी का महापर्व मनेगा। महाकाल मंदिर के शिखर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट आज रात्रि 12 बजे भक्तों के लिए खोल दिए जाएंगे। आधे घंटे की […]

ज़रा हटके

लड़के की निकल आई पूंछ, लोग मानने लगे हनुमानजी का अवतार

काठमांडू। जब शरीर (Body) के किसी हिस्से में कुछ अंग (Organ) अप्रत्याशित हो जाते हैं तो बड़ी अजब सी कहानी सामने उभर कर आती है, शरीर के कुछ अंग ज्यादा बड़े होते हैं या वे अलग से निकल आते हैं। मेडिकल साइंस (medical science) में इसे कई नजरिए से देखा जाता है लेकिन लोग इसे […]

उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News) जबलपुर न्यूज़ (Jabalpur News)

रात में पट खुले, Online हो रहे दर्शन

आज दोपहर में प्रशासन की ओर से हुई पूजा-रात 12 बजे पट बंद होंगे-8 हजार से अधिक लोगों ने किए महाकाल दर्शन उज्जैन। नागपंचमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर के शिखर पर विराजित भगवान नागचंद्रेश्वर मंदिर के पट मध्य रात्रि में खुल गए थे और इसके बाद से ही नागचंद्रेश्वर के दर्शन की ऑनलाईन व्यवस्था […]

जिले की खबरें मध्‍यप्रदेश

बैल की पूंछ पकड़कर ताप्ती पार कर रहा युवक बहा, मौत

बैतूल। आदिवासी बाहुल्य भीमपुर विकासखंड (Tribal majority Bhimpur development block) के दूरस्त अंचलों में बसे कुछ गांवों में जाने के लिए आसपास की नदियों (rivers) में पुल नहीं बनने से आज भी ग्रामीणों को मवेशियों की पूंछ पकड़कर या फिर ट्यूब में हवा भरकर नदी पार करना पड़ता है। मवेशियों की पूंछ (cattle tail) पकड़कर […]