ब्‍लॉगर

भारत के मन में रमते हैं श्रीराम

– हृदयनारायण दीक्षित भारत में विजयपर्व का उल्लास है। दिक्काल उत्सवधर्म से आच्छादित हैं। श्रीराम की लंका विजय की तिथि दो दिन बाद है। भारत का मन आनंद मगन हो रहा है। श्रीराम मंगल भवन हैं और अमंगलहारी। वे भारत के मन में रमते हैं। मिले तो राम राम, अलग हुए तो राम राम। राम […]