सुरेन्द्र कुमार किशोरी आज कोरोना महामारी अपने विकराल रूप में सबके सामने है। लोग मर रहे हैं, परिवार के सदस्य परिजनों को खोने के गम में पथराई आंखों से शून्य में निहार रहे हैं। श्मशान में शवदाह की अग्नि जल रही है, श्मशान की भयावहता को देख आमजन की रुह कांपे नहीं, इसलिए श्मशान […]