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तेजस  का जलवा बरकरार, भारत के इस लड़ाकू विमान को खरीदने कई देश आए सामने 

दुनिया भर के कई देशों ने भारत (india) के लड़ाकू विमान (Fighter Aircraft) तेजस ( Tejas) को खरीदने की इच्छा जताई है। खुद भारत के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने इस बात पर मुहर लगाई है कि दुनिया के कई देश भारतीय लड़ाकू विमान तेजस ( Indian Fighter Aircraft Tejas) को खरीदने के इच्छुक हैं। जिसमें कि सबसे पहले अर्जेंटीना (Argentina) भारत के इस लड़ाकू विमान तेजस को खरीदना चाहता हैै।

उल्‍लेखनीय है कि तेजस पर विधिवत बातचीत के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अर्जेंटीना की दो दिवसीय यात्रा की थी। भारतीय लड़ाकू विमान तेजस की दुनिया में डिमांड क्यों है, इसके पीछे दो बड़ी वजह हैं इसका चीन और पाकिस्तान के जेएफ-17 से ज्यादा ताकतवर और इंपेक्टफुल होना। दूसरा तेजस दुनिया के अन्य लड़ाकू विमानों से कीमत में भी सस्ता है।


अर्जेंटीना के अलावा हाल ही के दिनों में मलेशिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस सहित कई देशों ने तेजस विमान को खरीदने में रुचि दिखाई है। हाल ही में अर्जेंटीना के साथ भारत ने परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष के रणनीतिक क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। अर्जेंटीना के विदेश मंत्री कैफिएरो के साथ बातचीत में स्वदेशी विमान तेजस को लेकर भी बातचीत हुई। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, अर्जेंटीना ने तेजस को खरीदने में रुचि दिखाई है।

दरअसल, भारतीय वायु सेना के लिए तेजस लड़ाकू विमान बेहद अहम है। एलएसी और एलओसी पर चीन और पाकिस्तान के खिलाफ दोहरी चुनौती में वायुसेना के लिए तेजस बड़ा और घातक हथियार है। चीन और पाक भी इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं। हालांकि वो तेजस के मुकाबले अपने जेएफ-17 लड़ाकू विमान का दंभ भरते हैं। तेजस को भारत ने स्वनिर्मित किया है जबकि, जेएफ-17 को चीन और पाकिस्तान ने संयुक्त रूप से बनाया है।

बतादें कि यह तेजस विमान जेएफ-17 के मुकाबले काफी हल्का और तेज है। इसमें जेएफ-17 से ज्यादा पावरफुल इंजन भी लगा है। इसकी पेलोड क्षमता भी ज्यादा है। इसके अलावा तेजस को नेवी की जरूरत के हिसाब से मॉडिफाई भी किया गया है। यही कारण है कि तेजस चीन और पाक के जेएफ-17 से ज्यादा अत्याधुनिक और ज्यादा क्षमता वाला लड़ाकू विमान है।

वहीं, तेजस की कीमत दुनिया के अन्य लड़ाकू विमानों की तुलना में काफी कम है। जबकि ताकत और बहादुरी के मामले में वह दूसरे लड़ाकू विमानों पर भारी है। तेजस का निर्माण हल्के कॉम्बेड एयरक्राफ्ट के तौर पर किया गया है जो समय के साथ लगातार अपडेट किया जाता रहता है। तेजस डिफेंस के कम बजट वाले देशों के लिए संजीवनी है। तेजस का एक रिकॉर्ड यह भी है कि यह लड़ाकू विमान कभी किसी हादसे का शिकार नहीं हुआ।

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