उज्जैन। नगर निगम (Municipal council) की हालत पिछले कई दिनों से खस्ता है और ठेकेदारों को भुगतान भी नहीं हो रहे हैं जिसे लेकर महापौर और आयुक्त भोपाल गए हैं। महापौर मुकेश टटवाल (Mayor Mukesh Tatwal) एवं नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक (Municipal Corporation Commissioner Ashish Pathak) आज भोपाल के लिए सुबह रवाना हुए। भोपाल में आज कंपाउंडिंग के नए नियम को लेकर नगरी प्रशासन की बैठक बुलाई गई जिसमें प्रदेश के सभी महापौर एवं निगम आयुक्त (Mayor and Corporation Commissioner) भाग ले रहे हैं। महापौर मुकेश टटवाल ने बताया चुंगी क्षतिपूर्ति की जो राशि हमें हर महीने मिलती है उसमें से उज्जैन नगर निगम (Ujjain Municipal Corporation) द्वारा बिजली बिल भरने के बावजूद बिजली बिल की 13 करोड़ रुपए की राशि काट ली गई।
इस राशि को देने की माँग हम नगरीय प्रशासन सचिव (Urban Administration Secretary) से करेंगे, वहीं उज्जैन शहर में अमावस्या, पूनम एवं अन्य त्यौहारों पर तथा जुलूस जलसों पर नगर निगम को अतिरिक्त 30 करोड़ रुपए खर्च करना पड़ते हैं। नगरीय प्रशासन विभाग से माँग करेंगे कि यह 30 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि का बजट हमें हर वर्ष दिया जाए जिससे हम अच्छे से सब व्यवस्था कर सकें, वहीं चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि नहीं काटी जाए। इस मामले में भी चर्चा की जाएगी। ताकि हम हर महीने नगर निगम का मेंटेनेंस एवं वेतन का खर्च अच्छे से चला सके। उल्लेखनीय की चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि काटे जाने से नगर निगम की आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है और वित्तीय संकट जैसी स्थिति बनी हुई है। Share: