उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

रिपुदमन ने शहर के 100 से अधिक लोगों के खातों में किया पैसा ट्रांसफर

  • जेल कांड में जिसको मौका मिला उसने हाथ मारा..लूट में शामिल हो गए शहर के कई लोग
  • एसआईटी कर रही है जाँच-बैंकों से निकलवा रही है नाम-सभी से होगी पूछताछ-बैंक डिटेल मिलने में हो रही है देरी

उज्जैन। भैरवगढ़ जेल में हुए डीपीएफ घोटाले में शहर के 100 से अधिक लोगों ने लूट मचाई है और उनके खाते में पैसा गया है। एसआईटी द्वारा जाँच की जा रही है और बैंक खातों की डिटेल ली जा रही है, जिन खातों में ऑनलाइन पैसा डाला गया है उनके नंबरों से नाम लिए जा रहे हैं और 100 से अधिक लोगों के नाम सामने आए हैं जिनके खाते में जेल के अकाउंटेंट रिपुदमन ने राशि डाली है। यह राशि 2 लाख से लेकर 10 लाख तक है और एसआईटी का कहना है कि इन सभी से पूछताछ की जाएगी। जानकारी मिली है कि बड़े पैमाने पर इस गबन कांड में लूट हुई है और जेल अधीक्षक उषा राजे तथा इसमें शामिल कर्मचारियों द्वारा किए गए घोटाले की जानकारी शहर के लोगों को लग गई थी एवं उन्होंने फोन पर इन्हें चमकाना शुरू किया और राशि की माँग की तथा धमकी दी कि यदि वे पैसा नहीं देंगे तो इस कांड का पर्दाफाश कर देंगे। बताया जाता है कि इससे डरकर कई लोगों के खातों में राशि डाली गई है।


अग्रिबाण को मिली जानकारी के अनुसार ऐसे लोगों की संख्या 100 से अधिक है और एसआईटी का कहना है कि यह जाँच लंबी चलेगी, क्योंकि बैंकों से रिकार्ड मिलने में देरी हो रही है। रिपुदमन ने जिन खातों में राशि ट्रांसफर की है उसमें नाम नहीं होता तथा अकाउंट नंबर ही आता है और फिर बैंक से पूरी डिटेल मिलती है। यह जानकारी भी ली जा रही है कि डिटेल मिलने के बाद सभी को बुलाकर पूछताछ की जाएगी। उल्लेखनीय है कि करीब 15 करोड़ के इस घोटाले का खेल पिछले एक साल से चल रहा था और इसकी जानकारी शहर के कुछ लोगों को लग गई थी तो उन्होंने है उषा राज्य तथा इस घोटाले से जुड़े लोगों चमकाना शुरू किया व डराया लेकिन अब और अपने खातों में पैसों डलवाले और यही राशि उनके गले की हड्डी बन गई है। तथा ऐसे लोग दबाव डलवा रहे हैं कि किसी तरह उनका नाम न आए लेकिन वे लोग तो बच रहे हैं जिन्होंने केश में पैसा लिया लेकिन बैंकों के लेनदन का रिकार्ड सामने आया है वे डर के मारे राशि लौटाने की कोशिश कर रहे हैं। एसआईटी द्वारा बारीकी से पड़ताल की जा रही है और आने वाले दिनों दिनों में जिन भी खातों में राशि डली है उनसे पूछताछ होगी। कुछ बड़े फाइनेंसर ने समझदारी दिखाकर बैंक खातों का उपयोग नहीं किया और नकद में लेन देन किया है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि गबन का करोड़ों रुपया इधर से उधर हो गया और इसकी रिकवरी पुलिस के लिए चुनौती है।

कल वीडियो कांफ्रेंसिंग में जेल डीजी ने कर्मचारियों को दिलासा दिलाई कि उनका पैसा नहीं डूबेगा
उज्जैन। सेंट्रल जेल भैरवगढ़ में डीपीएफ में गबन के बाद जेल कर्मियों के खाते माइनस में चले गए और वह घबराए हुए हैं। कल जेल डीजी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग लेकर कर्मचारियों से कहा कि मुझे पता है आपके साथ आर्थिक धोखाधड़ी हुई है और इससे आप परेशान हैं लेकिन सरकार आपका पूरा पैसा दिलवाएगी और मामले की जाँच चल रही है इसमें घबराने की जरूरत नहीं हैं। वहीं जेल के अन्य विषयों पर भी जेल डीजी ने चर्चा की और कहा जो कर्मचारी रिटायर होने वाले हैं उनको जल्दी ही खाते में पैसे डाल दिए जाएंगे। जेल डीजी ने कल कर्मचारियों को दिलासा तो दिलाई लेकिन इतना बड़ा कांड कैसे हो गया इसकी जाँच कौन करेगा। इसमें तो भोपाल से लेकर उज्जैन तक के जेल विभाग के अधिकारी कर्मचारी दोषी हैं और यह ऑनलाईन ठगी का सबसे बड़ा मामला है। क्या यह माना जाए कि सरकारी तंत्र ऑनलाईन एक्सपर्ट की कमी से जूझ रहा है और इसी कारण राशि निकली।

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