48वें ग्रीन कॉरिडोर में दिल, लीवर, किडनी, आंखें हुईं दान
मृत देह को रेड कार्पेट और बैंड के साथ दी जाएगी विदाई
इन्दौर। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) का दिल सेना (army) के जवान को नई जिंदगी (new life) देगा। शहर में एक बार फिर अंगदान (organ donation) के लिए 48वां ग्रीन कॉरिडोर (green corridor) बनाया गया। उज्जैन (Ujjain) के व्यापारी की दुर्घटना और ब्रेनडेड (brain dead) के बाद इंदौर के अस्पताल में दिल, लीवर, किडनी और आंखों का दान (eye donation) किया गया।
इंदौर में किए जा रहे अंगदान (organ donation) अब तक नई जिंदगियां देते आए हैं, लेकिन पहली बार मध्यप्रदेश का दिल सेना के जवान को लगाया जाएगा। भारतीय सेना में सैनिक के सीने में मध्यप्रदेश का दिल धडक़ेगा। उज्जैन निवासी प्रदीप आसवानी दुर्घटना के बाद इंदौर में आठ दिन लगातार इलाज के दौरान ब्रेनडेड हुआ और मुस्कान ग्रुप के काउंसलिंग के बाद परिवार ने आर्गन डोनेशन का निर्णय लिया। विशेष ज्यूपिटर हास्पिटल से 8.50 पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जहां से दिल लेकर एयरपोर्ट से प्लेन रवाना हो गया। देर रात 3.30 पर एयरफोर्स के प्लेन से कार्डियक सर्जन सहित आठ सदस्यीय दल इंदौर पहुंचा था, जहां सुबह 5.30 बजे आर्गन डोनेशन की प्रक्रिया शुरू की गई। सबसे पहले हार्ट निकालने की प्रक्रिया पूरी हुई और उसे तत्काल टीम द्वारा एयरपोर्ट पहुंचाया गया। पुणे से भारतीय सेना के एआईसीटीसी हास्पिटल के कार्डियक सर्जन कर्नल सौरभसिंह ने अपनी देखरेख में प्रक्रिया पूरी कराई और जवान के लिए दिल लेकर पुणे रवाना हुए। उसके बाद लीवर और किडनी आपरेशन कर निकाली गई। नोटो की वरीयता सूची के आधार पर लीवर विशेष ज्यूपिटर हास्पिटल के मरीज को लगाया जा रहा है, वहीं एक किडनी बाम्बे हास्पिटल तो दूसरी किडनी चोइथराम हास्पिटल के मरीज को दी जा रही है। शंकरा आईबैंक द्वारा नेत्रदान कराकर आंखें सुरक्षित रखी जाएगी और जरूरतमंद को लगाई जाएगी। ज्यूपिटर हास्पिटल के मेडिकल सुपरिटेन्डेंट डा. सी.एस. पंडित के अनुसार हास्पिटल में यह पहली प्रक्रिया है।
रेड कार्पेट बिछाकर देंगे शव को विदाई
चार लोगों को नई जिंदगी देने वाले प्रदीप आसवानी को विदाई देने के लिए प्रशासन ने पहल शुरू की है, जिसके तहत ज्यूपिटर हास्पिटल से रेड कार्पेट बिछाकर शव को अंतिम विदाई दी जाएगी। मुस्कान ग्रुप के जीतू वागानी ने जानकारी देते हुए बताया कि परिवार ने बढ़-चढक़र अंगदान में रुचि दिखाई और दूसरों को जिंदगी देने के लिए सहर्ष तैयार हो गए।
किडनी और लीवर इंदौर में रहेंगे
उज्जैन के शुभम पैलेस निवासी आलू एवं प्याज व्यवसायी प्रदीप आसवानी के आर्गन डोनेशन के बाद इंदौर के चार लोगों को नई जिंदगी मिलेगी। दोनों किडनियां, लीवर और आंखें इंदौर के हास्पिटल में भर्ती मरीजों को ही लगाई जाएगी।