बड़ी खबर

निर्वस्त्र महिला के पति का दर्द- कोई विश्वास नहीं कर रहा था, भगवान ने वीडियो वायरल कर दिया

नई दिल्ली: हर नया दिन मणिपुर में हुई हिंसा के नए जख्म सामने लेकर आ रहा है. राज्य में हुई हिंसा में कई मौतें हुईं, कइयों के साथ यौन उत्पीड़न के मामले सामने आए. उन सभी पीड़ितों में से एक पीड़िता थी 65 वर्षीय कारगिल युद्ध के जवान की पत्नी, जिसे 4 मई की हिंसा के दौरान निर्वस्त्र करके घुमाया गया. इस निर्मम घटना का आरोपियों ने वीडियो भी बनाया, जो 19 जुलाई को सबके सामने आया. मानवता को तार-तार कर देना वाली इस वीडियो पर पीड़िता के पति का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा भगवान ने यह सुनिश्चित करने के लिए वीडियो वायरल किया होगा कि सच सामने आ जाए”.

हिंसक भीड़ ने न सिर्फ भारतीय सेना के जवान की पत्नी बल्कि अन्य महिलाओं को भी निशाना बनाया. इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए पीड़ित महिला के पति ने कहा कि वीडियो सामने आने से पहले पुलिस और सरकार की तरफ न ही कोई सहायता और न ही कोई फोन आया. पति ने आरोप लगाते हुए कहा कि कार्रवाई बहुत पहले की हो जानी चाहिए थी. वीडियो सामने आने से पहले उन्होंने बताया था कि उनकी पत्नी के साथ क्या हुआ है, लेकिन तब किसी ने विश्वास नहीं किया.

पीड़िता के पति ने कहा कि घटना की वीडियो सामने आने के बाद उन्हें अपनी यूनिट के अधिकारियों के साथ-साथ पूर्व सैनिकों का भी फोन आया. सेवानिवृत्त भारतीय जवान की पत्नी के अलावा दो अन्य महिलाएं भी हिंसक भीड़ का शिकार हो गईं. इन्ही दो पीड़ितों का परिवार पहले चुराचांदपुर में राहत शिविरों में रहते थे, लेकिन वीडियो सामने आने के बाद से नेताओं ने उन्हें सुरक्षित क्षेत्र में भेज दिया.


19 जुलाई को घटना का वीडियो सामने आने के बाद से अब तक पीड़ितों से मिलने के लिए सरकार की तरफ से दो लोग जा चुके हैं. मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके और राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पीड़ितों से मुलाकात की थी. इसके अलावा पुलिस की एक टीम ने कुछ दिनों पहले उनके बयान भी दर्ज किए थे.

सेवानिवृत्त हो चुके पीड़िता के पति ने 30 साल देश की सेवा की है. महज 18 वर्ष की उम्र में ही वे एक सैनिक के रूप में असम रेजिमेंट में शामिल हो गए थे. उन्होंने देश के भीतर और बाहर दोनों जगह होने वाले महत्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया है, जिसमें कारगिल युद्ध भी शामिल है. अपने बेहतरीन सैन्य प्रदर्शन के लिए उन्हें ऑपरेशन विजय पदक, विदेश सेवा पदक सहित अन्य कई पदकों से सम्मानित किया गया है.

दरअसल, बीते कई महीनों से मणिपुर में दो समुदायों, कुकी और मैतेई, के बीच विवाद चल रहा है. जिसके बाद 4 मई 2023 को राज्य के कई हिस्सों में हिंसक झड़पें हुईं. बीते तीन महीनों से राज्य में हिंसा जारी है. हिंसा के कारण राज्य में कई लोगों की मौत हो चुकी हैं जिसमें सुरक्षा कर्मी भी शामिल हैं. 4 मई को राज्य में हुई हिंसा के दौरान तीन पीड़ितों को निर्वस्त्र करके उन्हें सड़कों पर घुमाया गया. इसी घटना का वीडियो 19 जुलाई को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसके बाद लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला.

Share:

Next Post

सरकार देती 19 हजार, मिलते हैं 11 हजार

Thu Aug 3 , 2023
प्रदेशभर में दो लाख से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी लामबंद इंदौर। विधानसभा चुनाव (assembly election) से पहले सरकारी विभागों के कर्मचारियों की अलग-अलग प्रकार की वेतन वृद्धियां की जा रही हंै। इसके लिए अब प्रदेश के आउटसोर्स कर्मचारी भी लामबंद हो चुके हैं, इनका कहना है कि सरकार एक उच्च कुशल कर्मचारी के लिए 19339 रुपए […]