इंदौर न्यूज़ (Indore News)

जनता और कार्यकर्ता जिसे चाहेंगे उसे ही मिलेगा विधानसभा का टिकट

  • कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश प्रभारी की दो टूक
  • मुख्यमंत्री ने भी साफ-साफ कहा…टिकट लेने के लिए भीड़ इक_ा कर भोपाल मत आ जाना

इंदौर, संजीव मालवीय। आगामी विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर भाजपा ने अपने मंसूबे अभी से ही दावेदारों के सामने प्रकट कर दिए हैं। कल कटनी में हुई प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने दो टूक कहा कि यहां जितने भी लोग बैठे हैं वे टिकट का फैसल नहीं करेंगे। टिकट का फैसला जनता और कार्यकर्ता ही करेंगे कि किसे टिकट दिया जाए। इसी बात को आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री ने भी कह दिया कि भीड़ लेकर भोपाल मत आना कि इनको टिकट दो। पिछली बार हमने देख लिया है कि जो दावेदारी कर रहे थे, वे कितने कम वोटों से जीते हैं। इसके साथ ही बूथ को मजबूत करने पर भी जोर दिया गया।

बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के साथ-साथ राष्ट्रीय महामंत्री तरूण चुघ, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित प्रदेश के सभी पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक के शुभारंभ सत्र के बाद अलग-अलग सत्र हुए। प्रदेश पदाधिकारी और जिलाध्यक्षों की बैठक में प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने अपनी बेबाक शैली में कहा कि इस बार टिकट का बंटवारा किसी की सिफारिश से नहीं होगा। ऐसा नहीं होगा कि किसी नेता ने कहा कि इसे टिकट दे दो और उसे टिकट दे दिया जाएगा। इस बार जनता और कार्यकर्ता जिसे चाहेंगे उसे ही विधानसभा का टिकट मिलेगा। जो आम लोगों के बीच सक्रिय हैं, वही टिकट का पात्र होगा।


राव की इस बात से यह तो तय हो गया है कि भाजपा अब 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में किसी प्रकार का जोखिम नहीं लेगी। मुख्यमंत्री चौहान भी कल अलग ही अंदाज में दिखे और उन्होंने भी दो टूक कहा कि लोगों के बीच जाकर हमें अपना काम दिखाना है और पार्टी का काम करना है। कहीं ऐसा न हो कि भीड़ इक_ा कर भोपाल आ जाओ और बोलो कि इसे टिकट देना है। मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि 2023 में सरकार हम ही बनाने जा रहे हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आम लोगों के बीच जाना छोड़ दें। भाजपा के दूसरे नेताओं ने कांग्रेस की झूठी अफवाहों का खंडन सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से करने के लिए भी कहा।

विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री की जुगलबंदी दिखी
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान दोनों साथ-साथ बैठे थे। शुभारंभ सत्र में दोनों बार-बार एक-दूसरे से बातचीत करते रहे। कई बार मुख्यमंत्री ने विजयवर्गीय के कानों में कुछ कहा। एक बार तो सीएम की बात पर दोनों ही नेता ठहाका मारकर हंस पड़े। प्रदेश की राजनीति में दोनों की जुगलबंदी के कई मायने निकाले जा रहे हैं।

पन्ना प्रमुख पर रहेगा जोर
बैठक में राष्ट्रीय बैठक में लिए गए निर्णयों का पालन करने और आगामी कार्यक्रमों को लेकर प्रदेश के पदाधिकारियों को बताया गया। वहीं गुजरात चुनाव की तर्ज पर पार्टी मतदाता सूची के पन्ना प्रमुख पर जोर देगी और बूथ को मजबूत करने के लिए नीचे की इकाई को मजबूत करेगी। प्रदेश के नेताओं ने 51 प्रतिशत वोट बैंक करने का लक्ष्य भी दोहराया और कहा कि पिछली बार यह प्रतिशत 45 के आसपास टिक गया था, इसलिए भाजपा सरकार से बाहर हो गई थी। इस साल की यह आखरी कार्यसमिति की बैठक है और अगले साल चुनाव हैं। हालांकि अभी और बैठकें होना है, लेकिन यह बैठक विधानसभा चुनाव को लेकर भी महत्वपूर्ण थीं, जिसमें सभी जिलाध्यक्षों के साथ-साथ मोर्चा, प्रकोष्ठ, प्रकल्प के प्रदेश संयोजकों को भी बुलाया गया था। आगामी दिनों में सभी आम लोगों के बीच जाकर पार्टी की गतिविधियां तेज करेंगे।

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