उज्‍जैन न्यूज़ (Ujjain News)

कल हालत बिगडऩे के बाद Black Fungus मरीजों के परिजन घबरा गए

  • अस्पताल में रोना पीटना मचा-अभी और मरीजों को किया जा सकता है इंदौर ट्रांसफर-आरडी गार्डी में 21 मरीज भर्ती

उज्जैन। जिला अस्पताल में ब्लैक फंगस पीडि़त मरीजों के लिए तीन वार्ड में व्यवस्था की गई है। अभी यहाँ 35 मरीज भर्ती हैं। कल मरीजों को लिक्विड एंटी फंगल इंजेक्शन के डोज लगाए गए थे। इनमें से 12 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। इंजेक्शन लगते ही मरीजों में तेज ठंड लगने और कंपकपी चलने की शिकायत दर्ज कराई थी। इस बीच दो अन्य मरीजों का ऑक्सीजन लेवल घट गया था। इसके चलते उन्हें इंदौर और आरडी गार्डी रैफर करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि 35 दिन पहले उज्जैन जिले में ब्लैक फंगस संक्रमण की इंट्री हुई थी। 13 मई को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस पीडि़त मरीज उपचार के लिए आने लगे थे। सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल के मुताबिक तब से लेकर अब तक जिले में ब्लैक फंगस के 150 से ज्यादा मरीज मिल चुके हैं। इधर एक पखवाड़े पहले तक सरकारी अस्पताल की अपेक्षा प्रायवेट अस्पतालों में ब्लैक फंगस के मरीज ज्यादा भर्ती हो रहे थे लेकिन सरकारी अस्पताल में उपचार कराने वालों को नि:शुल्क दवा और इंजेक्शन की व्यवस्था शुरु होने के कारण जिला अस्पताल में ब्लैक फंगस उपचार हेतु बनाए गए वार्डों में ज्यादा मरीज भर्ती होने लगे। कई मरीज जो पहले निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे वे भी अब यहाँ रैफर होकर उपचार करा रहे हैं। एक दिन पहले जिला अस्पताल के वार्डों में भर्ती मरीजों को लिक्विड एंटी फंगल इंजेक्शन लगाए गए थे। इसके बाद यहाँ भर्ती कुल 35 मरीजों में से 12 मरीजों की हालत बिगड़ गई थी। मरीजों को इंजेक्शन लगने के बाद तेज ठंड लग रही थी और वे ठंड से कंपकंपा रहे थे। यह देख मरीज के परिजन घबरा गए थे और कई मरीज रोने पीटने लगे थे। इनमें से दो मरीजों को ऑक्सीजन लेवल घटने पर यहाँ से इंदौर तथा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज रैफर करना पड़ा था। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सुधाकर वैद्य ने बताया कि अभी तक आरडी गार्डी अस्पताल में कुल 105 ब्लैक फंगस के मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। इनमें से 90 फीसदी से ज्यादा मरीजों का ऑपरेशन किया गया। इनमें से कई मरीज ठीक होकर घर भी जा चुके हैं। अभी यहाँ 21 मरीज भर्ती हैं जिनका उपचार और सर्जरी की जा रही है। अभी भी आरडी गार्डी में एक दिन में 2 से 3 नये मरीज भर्ती हो रहे हैं।

रैफर किए मरीजों का कारण इंजेक्शन नहीं
आज सुबह जिला अस्पताल के ब्लैक फंगस उपचार वार्ड में निरीक्षण के लिए सीएमएचओ डॉ. महावीर खंडेलवाल भी पहुँचे। हालांकि यहाँ सुबह से ही सिविल सर्जन वर्मा नजर नहीं आए। उन्होंने बताया कि कल इंजेक्शन लगने के बाद जिन मरीजों की तबीयत बिगड़ी थी आज उनकी हालत में सुधार है लेकिन इनमें से दो मरीजों को कल ही रैफर कर दिया गया था। उज्जैन निवासी अजय बैरागी नामक मरीज को इंदौर रैफर किया गया जबकि मंगरोल गाँव निवासी रेशम बाई को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भेजा गया है। जिन दो मरीजों को रैफर किया गया है उनकी तबीयत इंजेक्शन के कारण नहीं बल्कि उनके ऑक्सीजन लेवल में गिरावट आने के कारण रैफर करना पड़ा।

35 मरीज अभी भी हॉस्पिटल में
जिला अस्पताल में एफ वार्ड में ब्लैक फंगस के 14, ए वार्ड में 4 तथा हड्डी वार्ड के अंतर्गत बनाए गए वार्ड में 17 ब्लैक फंगस मरीज हैं। कुल यहाँ अभी 35 मरीज भर्ती हैं जिनका उपचार किया जा रहा है।

कलेक्टर ने कहा स्थिति सामान्य है
कल ब्लैक फंगस के कुछ मरीजों की हालात बिगडऩे के बाद कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ी थी लेकिन अब सभी का उपचार हो रहा है। आपने कहा कि जिला चिकित्सालय में फ्री में इंजेक्शन मिलते हैं इसलिए अन्य अस्पताल के पैशेंट भी वहाँ से छुट्टी लेकर यहाँ भर्ती हो रहे हैं। आपने बताया कि जिला चिकित्सालय में कल रात्रि में कुछ ब्लैक फंगस के मरीजों को एलर्जी की शिकायत हुई थी। सभी का उपचार चल रहा है। ब्लैक फंगस के मरीजों की लगातार छुट्टियाँ भी हो रही है और उन्हें उपचार भी दिया जा रहा है। कलेक्टर के अनुसार कल रात में सनसनी फैलाने के लिए इस तरह की खबर उड़ा रहा था कि बड़ी संख्या में ब्लैक फंगस के मरीजों की हालत बिगड़ी है।

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