आउटर रिंग रोड से प्रभावित होने वाले गांव के किसान एकजुट
इंदौर । आउटर रिंग रोड (Outer Ring Road) के निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी (National Highways Authority) की टीम तीन गांव (three villages) में सर्वे करने के लिए पहुंची थी, जहां पर ग्रामीणों द्वारा जोरदार विरोध (Strong opposition) करते हुए इस टीम को वापस जाने पर मजबूर कर दिया गया। इन गांव में 2 घंटे तक हंगामा चला। इसके बाद यह टीम वापस लौट गई।
सोशल मीडिया बना मददगार
जो गांव आउटर रिंग रोड की परिधि में आ रहे हैं उन गांव के लोगों ने अपना सोशल मीडिया का ग्रुप बना लिया है। इस ग्रुप में उनके द्वारा किसी भी गांव में सर्वे करने के लिए टीम पहुंचती है तो उसकी जानकारी को साझा कर दिया जाता है। इससे सारे गांव के लोग अलर्ट हो जाते हैं और जिस गांव में टीम पहुंचती है उस गांव में आसपास के गांव के लोग भी इस टीम का विरोध करने के लिए पहुंच जाते हैं। ग्रामीणों का विरोध इतना जोरदार चल रहा है कि उसके आगे मौके पर जाने वाली टीम भी अपने आप को असहाय महसूस कर रही है।
भारतीय किसान संघ देगा 27 को धरना
गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किए जाने के विरोध में भारतीय किसान संघ द्वारा 27 फरवरी को कलेक्टर कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। इस धरने में आउटर रिंग रोड से प्रभावित होने वाले गांव के किसान शामिल होंगे। किसानों की जमीन लिए जाने के विरोध में चल रहे आंदोलन में भारतीय किसान संघ सीधे तौर पर शामिल है। इस संघ द्वारा किसानों से नाममात्र के पैसे में उनकी उपजाऊ और जीवन-यापन का साधन बनी जमीन छीनने का विरोध किया जा रहा है।
112 तहसील में दिया ज्ञापन
भारतीय किसान संघ द्वारा कल सोमवार को मालवा प्रांत की 112 तहसील में जाकर ज्ञापन दिया गया। इस ज्ञापन में विभिन्न विकास योजनाओं के लिए ग्रामीण क्षेत्र में किसानों की जमीन का अधिग्रहण किए जाने का विरोध किया गया। ज्ञापन में मांग उठाई गई है कि पहले जमीन की कीमत को बढ़ाया जाए और फिर किसानों को बाजार मूल्य से चार गुना मुआवजा देने का ऐलान किया जाए। उसके बाद में ही किसानों की जमीन लेने का प्रयास किया जाए।
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