नई दिल्ली: अडानी मुद्दे पर संसद में चल रहे हंगामे के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देंगे. इस दौरान पीएम मोदी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आरोपों पर भी पलटवार कर सकते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देंगे. बीते 31 जनवरी को लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के साथ बजट सत्र शुरू हुआ था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा हिंडनबर्ग-अडानी विवाद के बीच राष्ट्रपति मुर्मू के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलने के एक दिन बाद होगा. बीते मंगलवार को लोकसभा में सरकार और विपक्ष के सांसदों ने एक-दूसरे के आरोपों पर जमकर जवाब दिया. राहुल गांधी ने आरोप लगाना शुरू किया तो सत्तारुढ़ दल के सांसदों ने सबूत मांगना शुरू कर दिया और कहा कि बिना किसी सबूत के आरोप लगाना गलत है.
बता दें कि पिछले कई दिन से संसद के दोनों सदनों में विपक्ष द्वारा जमकर हंगामा किया जा रहा था, जिसके चलते बार-बार लोकसभा और राज्यसभा को स्थिगत करना पड़ा था. हालांकि बीते सोमवार को सरकार के मंत्रियों ने विपक्ष के नेताओं के साथ बैठक की और सदन चलने देने को कहा. मंगलवार को विपक्ष के नेताओं ने मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यालय में बैठक कर राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करने को लेकर सहमति जताई. इसके बाद लोकसभा में चर्चा शुरू हुआ.
वहीं कांग्रेस के सांसद सीपी जोशी के बयान पर संसद में जमकर हंगामा हुआ. सत्तारुढ़ दल के सांसदों ने उनके बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटाने की मांग की. वहीं जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की निगरानी में अडानी मामले की जांच की मांग पर पीयूष गोयल ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जेपीसी तब बैठती है, जब आरोप सिद्ध हो जाते हैं. जब सरकार पर आरोप लगता है तब संयुक्त संसदीय समिति बिठाई जाती है, किसी निजी व्यक्ति के मुद्दे पर नहीं.
राहुल गांधी के बयान पर रविशंकर प्रसाद ने लोकसभा में कहा कि देश को कमजोर करना कांग्रेस नेता की फितरत है. भारत की तरक्की से राहुल गांधी को परेशानी है. देश की जनता का साथ राहुल गांधी को नहीं मिल रहा है. वहीं शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने कहा कि हम आधा-अधूरा काम नहीं करना चाहते. जेपीसी की मांग हम अधूरी नहीं छोड़ सकते, जेपीसी की मांग कायम रहेगी. इस मामले में विपक्ष भले ही एक है, लेकिन हमारा कहना हमेशा से यही है कि चर्चा में भाग लेने का मतलब अडानी के शेयर बढ़ाना है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री बैन किये जाने पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि इस मसले पर तो वाजपेयी जी ने भी राजधर्म के पालन की बात कही थी. वहीं रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी और सोनिया गांधी खुद ही बेल पर बाहर है. परिवार के लिए सबसे सुरक्षित जगह इटली है.
Share: