भोपाल। प्रदेश में भोपाल-इंदौर में काननू-व्यवस्था को मजबूत बनाने की दृष्टि से लागू की गई पुलिस कमिश्नर प्रणाली को 8 महीने बीत गए हैं। नई प्रणाली के बाद दोनों शहरों में अपराधों में कोई खास गिरावट देखने को नहीं मिली है। अब सरकार 15 अगस्त के बाद गृह विभाग की समीक्षा करने जा रही है, जिसमें भोपाल एवं इंदौर की कानून-व्यवस्था पर ज्यादा फोकस रहेगा। इस समीक्षा के बाद दोनों शहरों की पुलिस में बड़ा उलटफेर हो सकता है। कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद भी भोपाल एवं इंदौर पुलिस में ज्यादातर पुराने चेहरे हैं। सिर्फ भोपाल में कमिश्नर एवं एडिशनल कमिश्नर स्तर के अफसरों की नई पोस्टिंग की गई, जबकि इंदौर में कोई बदलाव नहीं किया गया। ऐसे में दोनों शहरों में सालों से जमे पुलिसकर्मी एवं अफसरों को व्यापक स्तर पर बदलने पर मंथन चल रहा है।
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