जीवनशैली स्‍वास्‍थ्‍य

ये पुश्तैनी बीमारी जो पैदा होते ही बना लेती शिकार ! अनुवांश‍िक बीमारी के लक्षण

नई दिल्‍ली (New Delhi)। माता-प‍िता से बच्‍चों को व‍िरासत (inheritance from parents to children) में आदतें और व्‍यवहार तो मिलता ही है। इसके साथ ही कुछ बीमारियां भी मिलती हैं। इन्‍हें जेनेट‍िक यानी अनुवांश‍िक बीमारी के नाम से जाना जाता है। जीन्‍स के कारण, बीमार‍ियां एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को आसानी से अपना शिकार बना लेती हैं।

दिल की बीमारियों का खतरा कम करने के लिए 6 काम करने शुरू कर दें। क्योंकि डॉक्टर के मुताबिक यह आपके जीन्स में शामिल हो सकती है और आने वाली कई पीढ़ियों को बीमार बना सकती है।

हार्ट डिजीज बहुत ही भयंकर बीमारियां हैं, जो दुनियाभर में सबसे ज्यादा मौतों का कारण बनती हैं। जीवनशैली के अलावा आपके जीन्स भी इसका कारण बन सकते हैं। ऐसे कई सारे सबूत मौजूद हैं, जो बताते हैं कि यह बीमारी आपको अपने परिवार से मिल सकती है।

जहांगीर हॉस्पिटल में जनरल फिजिशियन और इंटेंसिविस्ट कंसल्टेंट डॉ. सुशील गांधी ने बताया कि आपके दिल की बनावट से लेकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल तक जीन्स पर निर्भर करता है। आपके जीन्स ही फैट्स का मेटाबॉलिज्म, ब्लड प्रेशर रेगुलेशन और इंफ्लामेशन जैसे फैक्टर्स संभालते हैं।

सेल्स के अंदर एक PCSK9 जीन होता है, जो कोलेस्ट्रॉल मेटाबॉलिज्म करता है। इसके अंदर वैरिएशन आने से लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ सकता है और अगली सात पुश्तों तक हार्ट अटैक का खतरा मंडरा सकता है। जिसे कम करने के लिए लाइफस्टाइल में 6 बदलाव करने जरूरी हैं।



बैलेंस्ड डाइट
डॉ. के अनुसार, फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन से भरपूर डाइट चुनें। ऐसी डाइट से सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट और कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है और खुद के साथ आने वाली पीढ़ियों को हेल्दी बना सकते हैं।

रेगुलर एक्सरसाइज
खुद को रेगुलर एक्सरसाइज में शामिल रखें। इससे शारीरिक वजन, ब्लड प्रेशर और कार्डियोवैस्कुलर फंक्शन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हर हफ्ते कम से कम 150 मिनट तक मॉडरेट से इंटेंस एक्सरसाइज करने का टारगेट रखें।

कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का इलाज

हेल्दी वेट रखें
जीन्स के साथ मोटापा दिल की बीमारियों का खतरा डबल कर देता है। बॉडी वेट को हेल्दी रखने से हार्ट पर प्रेशर कम पड़ता है और हाई ब्लड प्रेशर व डायबिटीज जैसी लाइलाज बीमारियों के बनने का खतरा कम हो जाता है।

धूम्रपान छोड़ें
​हार्ट डिजीज में स्मोकिंग का बहुत बड़ा रोल है। धूम्रपान छोड़ने से दिल की सेहत पर तुरंत और लंबे समय तक पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है। जिससे दिल के दौरे और अन्य कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा कम हो सकता है।

स्ट्रेस मैनेज करें
लंबे समय तक स्ट्रेस लेने से दिल के रोगों में बढ़ोतरी हो सकती है। इसे मैनेज करने के लिए मेडिटेशन, योगा और डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें, जो कि इमोशनल वेलनेस को बेहतर बनाती हैं और तनाव में कमी लाती हैं।

शराब को लिमिट करें
अत्यधिक शराब के सेवन से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। यदि व्यक्ति शराब पीना चाहता है, तो उन्हें ये काम बहुत ही सीमित मात्रा में करना चाहिए। डॉक्टर के मुताबिक महिलाओं को प्रति दिन एक ड्रिंक और पुरुषों को प्रति दिन दो ड्रिंक से ज्यादा नहीं पीनी चाहिए।

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