नई दिल्ली । अब तक आपने कई ऐसी गुणकारी मसालों (Kitchen ingredient) और हर्ब्स के बारे में पढ़ा होगा जो रसोईघर में मौजूद होते हैं. लेकिन वैज्ञानिकों ने रसोईघर में पाए जाने वाले एक ऐसे सामान्य तत्व की खोज की है जो कैंसर के खतरे को बढ़ावा दे सकता है. आपके लिए ये जानना वाकई हैरतअंगेज हो सकता है. आइए जानें, रसोईघर में की वो कौन सी चीज है जो कैंसर के खतरे को (ingredient cause of cancer) को बढ़ा सकती है.
पाम ऑयल (Palm oil)
पाम ऑयल जिसे ताड़ के तेल के नाम से भी जाना जाता है, ये कई खाद्य पदार्थों और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में पाया जाता है. पाम ऑयल में मुख्य रूप से पामिटिक एसिड (palmitic acid) नामक एक यौगिक पाया जाता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि ये यौगिक कैंसर के शुरूआती स्टेज को तेजी से बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा सकता है. बता दें, बार्सिलोना के इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च इन बायोमेडिसिन के डॉ ग्लोरिया पास्कुअल के नेतृत्व में ये रिसर्च की गई.
इन चीजों में पाया जाता है पाम ऑयल
पाम ऑयल का उपयोग चॉकलेट, पीनट बटर, पिज्जा, इंस्टेंट नूडल्स, शैम्पू, टूथपेस्ट, डिओडोरेंट और लिपस्टिक के प्रमुख ब्रांडों के अलावा कई अन्य चीजों में किया जाता है.
कैसे की गई रिसर्च
रिसर्च के दौरान चूहों को एक फूड खिलाया गया जिसमें पामिटिक एसिड मौजूद था और विशेषज्ञों ने देखा कि इस फूड के खाने से त्वचा और मुंह के ट्यूमर मेटास्टेटिक (metastatic) में बदल गए. मेटास्टेटिक कैंसर (metastatic cancer) तब होता है जब रोग फैल गया हो. यानी कैंसर कोशिकाएं जहां पहली बार बननी शुरू हुई थीं वहां से टूटकर ब्लड या लिंप सिस्टम के माध्यम से शरीर के अन्य भागों में नए ट्यूमर (मेटास्टेटिक ट्यूमर) बनाते हैं. मेटास्टेटिक ट्यूमर प्राथमिक ट्यूमर के समान कैंसर का ही प्रकार है. इसे आमतौर पर ठीक नहीं किया जा सकता है, केवल इलाज किया जाता है.