इंदौर न्यूज़ (Indore News) मध्‍यप्रदेश

इंदौर में बजरंग दल पर हुए लाठीचार्ज के बाद टीआई और डीसीपी को हटाया

इंदौर: इंदौर (Indore) में बजरंग दल कार्यकर्ताओं (Bajrang Dal workers) पर हुए लाठीचार्ज के बाद अब पुलिस अफसरों (police officers) पर गाज गिरी है. टीआई के बाद अब डीसीपी जोन 3 धर्मेन्द्र सिंह भदौरिया (Dharmendra Singh Bhadauria) को हटा दिया गया है. राजनीतिक दबाव के बाद बीजेपी सरकार ने पुलिस अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की है. पहले पलासिया थाना प्रभारी संजय बैस (Palasia police station in-charge Sanjay Bais) को लाइन अटैच किया गया. इसके बाद अब जॉन क्रमांक 3 के डीसीपी धर्मेंद्र भदोरिया को भी हटा दिया गया है. कांग्रेस लाठीचार्ज को सही ठहरा रही है.

इंदौर में चक्काजाम कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज को लेकर राजनीतिक वार-पलटवार शुरू हो गए हैं. इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. अच्छे काम की आवाज उठाने वालों के खिलाफ यदि इस प्रकार की कार्रवाई होगी तो इसका संदेश ठीक नहीं जाएगा. क्योंकि यह लोग नशाखोरी के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर रहे थे और दोषी लोगों को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे.

गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन ले लिया है और घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. वहीं जोन क्रमांक 3 के डीसीपी धर्मेंद्र भदौरिया और पलासिया थाना इंचार्ज संजय बैस को पद से हटा दिया गया है. आईपीएस भदौरिया को आरएपीटीसी इंदौर का सेनानी बनाकर भेजा गया है. इसके साथ ही थाना प्रभारी संजय बैस को लाइन अटैच किया गया है.


कांग्रेस बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को सही ठहरा रही है. कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष शोभा ओझा का कहना है बजरंग दल की पहचान गुंडा तत्वों के रूप में है ये पूरा देश जानता है. हर गलत वजहों से बजरंग दल हमेशा सुर्खियों में रहता है. ऐसे में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए लाठीचार्ज हुआ है, तो मैं समझती हूं कि यह स्टेट का विषय है. प्रदेश में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए चाहे बजरंग दल हो, गौ रक्षक हों, तमाम लोग जो कानून की धज्जियां उड़ाते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.

कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष शोभा ओझा ने बजरंग दल पर लाठीचार्ज को लेकर सीएम शिवराज पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा सीएम जवाब दें कि जब कर्नाटक में बजरंग दल को बैन करने की बात हुई तो, वे इन बजरंगियों को राष्ट्रवादी बताते थे. आखिर क्या हुआ कि राष्ट्रवादियों के ऊपर उन्हीं की सरकार में पुलिस को लाठी बरसानी पड़ी. जब पुलिस अपना काम करती है तो भारतीय जनता पार्टी उनके खिलाफ एक्शन लेती है. लाठीचार्ज की घटना के बाद टीआई को लाइन अटैच किया है. इस तरह की कार्रवाई कर पुलिस का मनोबल गिरा रहे हैं. ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर की धज्जियां उड़ना स्वाभाविक है. उधर बजरंग दल गृहमंत्री की कार्रवाई को नाकाफी बता रहा है. मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग कर रहा है.

बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने राज्य सरकार को अल्टीमेट दिया है. उसने लाठीचार्ज करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की है. दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो बजरंग दल मालवा निमाड़ इलाके में उग्र प्रदर्शन करेगा. उसका कहना है लाठीचार्ज में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों पर अभी कार्रवाई नहीं हुई है. वीएचपी के प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा का आरोप है कि पुलिस संरक्षण में शहर में नशे का कारोबार चल रहा है. कई पबों को पुलिस अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है.

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