नई दिल्ली (New Delhi)। कहते हैं कि राजनीति में कब कैसे बदला ले लिया जाएगा कहा नहीं जा सकता है। ऐसी मतता सरकार (Supreme Court) ने कर दिखाया है। खबर है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने अडानी ग्रुप (Adani Group) से ताजपुर पोर्ट विकसित (Tajpur Port developed) करने का 25 हजार करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट वापस ले लिया है. ममता बनर्जी ने साफ कर दिया है कि पोर्ट को लेकर जल्द ही नया टेंडर जारी किया जायेगा. जान लें कि अडानी ग्रुप को यह प्रोजेक्ट 2022 में हुए बंगाल ग्लोबल बिजनेट प्रोजेक्ट के तहत मिला था. आश्चर्यजनक बात यह है कि इस इवेंट में अडानी ग्रुप से कोई भी शामिल नहीं हुआ था.
ममता बनर्जी ने खुद इसकी घोषणा की है
सूत्रों के अनुसार ममता सरकार ने अडानी ग्रुप को सौंपे गये आशय पत्र (LoI) को रद्द कर दिया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खुद इसकी घोषणा की है. ममता कहा, इस प्रोजेक्ट के लिए नये टेंडर निकाले जायेंगे और इसमें कोई भी कंपनी शामिल हो पायेगी.
महुआ पर पैसे लेकर अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछने का आरोप है
जानकारों का कहना है कि कैश फॉर क्वेरी मामले में घिरीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के मामले में अब तक ममता बनर्जी ने दूरी बनाई हुई थी. अडानी ग्रुप का प्रोजेक्ट रद्द कर एक तरह से ममता ने महुआ मोइत्रा का समर्थन कर दिया है. बता दें कि महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर अडानी ग्रुप के खिलाफ सवाल पूछने का आरोप लगाया गया है. गेंद अब लोकसभा अध्यक्ष के पाले में है.
विपक्ष लगातार अडानी ग्रुप पर हल्ला बोल रहा है
यह बताना जरूरी है कि अडानी ग्रुप को ताजपुर पोर्ट डेवलप करने का प्रोजेक्ट देने को लेकर विपक्ष लगातार सवाल उठा रहा था. INDIA गठबंधन में शामिल कुछ दलों ने हल्ला बोल दिया था. महुआ मोइत्रा पर कैश फॉर क्वैरी का आरोप लगने के बाद भी ममता बनर्जी ने चुप्पी साध ली थी. लेकिन अब ममता ने अडानी ग्रुप को बड़ा झटका दे दिया है.