आज सावन मास का पहला सोमवार है और हिंदू धर्म में बुधवार (Wednesday) का दिन भगवान श्री गणेश को समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सभी देवी-देवताओं में श्री गणेश जी प्रथम पूजनीय हैं। इसलिए किसी भी शुभ कार्य में सबसे पहले गणेश भगवान (lord ganesh) की पूजा की जाती है। मान्यता है कि सावन मास में श्री गणेश पूजा का लाभ दुगना हो जाता है।क्योंकि भगवान शिव को भी श्री गणेश जी अति प्रिय हैं एवं सावन मास शिव जी (Shiva) का बेहद प्रिय महीना है। गणेश जी बुध ग्रह के कारक देवता हैं। सावन में बुधवार के दिन भगवान गणेश की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। इससे वे प्रसन्न होकर भक्तों के दुख दूर करते हैं। आइये जानें ये 5 उपाय जिनको करने से भगवान गणेश बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं।
दूर्वा करें अर्पित:
श्री गणेश जी की पूजा (worship) में दूर्वा अवश्य अर्पित करना चाहिए। क्योंकि दूर्वा (Durva) उन्हें बहुत प्रिय है। इस अर्पित करने से भगवान गणेश बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। भक्त इस बात का ध्यान रखें कि दूर्वा भगवान गणेश जी के मस्तक पर चढ़ाएं।
लाल सिंदूर से करें तिलक:
भगवान गणेश जी को लाल रंग बेहद प्रिय है। इसलिए बुधवार के दिन भगवान गणेश के पूजन में लाल सिंदूर (red vermilion) का तिलक जरूर लगाएं। इसके बाद इसे खुद भी लगाना चाहिए। इससे भक्त पर भगवान गणेश की कृपा बरसती है।
शमी का पौधा करें अर्पित:
श्री गणेश भगवान को शमी का पौधा बहुत प्रिय है। इस लिए बुधवार के दिन भगवान गणेश को शमी का पौधा जरूर अर्पित करें। इससे घर में धन-धान्य और सुख शांति की प्राप्ति होती है।
भगवान श्री गणेश को चढ़ाएं भीगा चावल:
हिन्दू धर्म में पूजा के दौरान चावल को अक्षत के रूप में चढ़ाया जाता है। क्योंकि चावल को पूजा पाठ में बहुत पवित्र माना जाता है। चावल भगवान श्री गणेश जी को भी बहुत पसंद है। परंतु इन्हें सूखा चावल नहीं चढ़ाना चाहिए। श्री गणेश की पूजा के दौरान इन्हें चावल को गीला करके चढ़ाना चाहिए। इससे प्रसन्न होकर वे अपने भक्तों को मनवांछित फल प्राप्ति का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
इन चीजों से लगाएं भोग:
बुधवार के दिन श्रीगणेश भगवान को घी, गुड़ का भोग लगाना चाहिए। इससे भगवान श्रीगणेश अति प्रसन्न होते हैं। श्री गणेश भगवान की कृपा से घर में धन संबंधी सभी समस्याएं दूर होती हैं। जीवन में खुशहाली आती है।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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