नई दिल्ली । यूजर्स के स्मार्टफोन(Users’ smartphones) में हर काम के लिए अलग-अलग ऐप(Different apps) हैं। मूवी देखनी हो, टिकट बुक(Book Tickets) करना हो या सोशल मीडिया(Social media) चेक करना हो, हर काम ऐप से हो रहा है। यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के लिए ये ऐप डेटा कलेक्ट करते हैं। इसी बीच रिसर्च फर्म Apteco की एक रिपोर्ट आई है, जिससे यूजर्स की चिंता बढ़ने वाली है। रिपोर्ट में उन ऐप के बारे में बताया गया है, जो यूजर से सेंसिटिव डेटा को कलेक्ट करते हैं। डेटा कलेक्ट करने वाले इन ऐप की लिस्ट में फेसबुक, इंस्टाग्राम और थ्रेड्स को टॉप 3 में रखा गया है।
टॉप 10 की लिस्ट में यूट्यूब, अमेजनऔर X
टॉप 10 की लिस्ट में यूट्यूब, अमेजन, अमेजन एलेक्सा, लिंक्डइन और X का भी नाम शामिल है। Apteco की साल 2025 की स्टडी में पाया गया कि ये ऐप यूजर्स के नाम, फोन नंबर और होम एड्रेस समेत कई सारी जानकारियों को कलेक्ट करते हैं। डेटा कलेक्ट करने वाले ऐप्स की नई रैंकिंग ऐपल के प्राइवेसी लेबल ‘Data Linked to You’ पर आधारित है, जो यह बताता है कि ऐप किस तरह के इन्फर्मेशन को कलेक्ट कर रहा है।
गैर-जरूरी डेटा भी किया जाता है कलेक्ट
ये ऐप यूजर के बेसिक डेटा को कलेक्ट करने तक ही सीमित नहीं हैं। रिसर्च फर्म Apteco की मानें, तो ये पॉप्युलर ऐप लोकेशन डेटा, यूजर कॉन्टेंट और आइडेंटिफायर, फाइनेंशियल और पेमेंट इन्फर्मेशन, ब्राउजिंग और सर्च हिस्ट्री के साथ शॉपिंग रिकॉर्ड का डेटा भी स्टोर करते हैं। इन डेटा का इस्तेमाल यूजर के डिवाइस पर टारगेटेड ऐड दिखाने से लेकर यूजर के बिहेवियर को ट्रैक करने के लिए किया जाता है। इतना ही नहीं, इसमें उन डेटा को भी ऐक्सेस और कलेक्ट किया जाता है, जो ऐप फंक्शन के लिए जरूरी नहीं हैं।
डेटा को ऐसे रखें सेफ
– ऐप के लोकेशन ऐक्सेस को ‘only while using the app’ पर सेट करें।
– प्रिसाइज (precise) लोकेशन ट्रैकिंग को डिसेबल करें।
– ऐप्स को कॉन्टैक्ट्स, फोटोज और माइक्रोफोन का ऐक्सेस तब तक न दें, जब आपको यह जरूरी न लगे।
– ऐप और फोन की सेटिंग्स में प्राइवेसी सेटिंग्स को समय-समय पर चेक किया करें।
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