नई दिल्ली। योग गुरू बाबा रामदेव द्वारा दी गई टिप्पणी से आयुर्वेद बनाम एलोपैथ के बीच नई बहस छिड़ गई है। यहां तक कि दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन (DMA) ने दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में याचिका दायर कर बाबा रामदेव की ओर से कोरोनिल दवाई को लेकर कथित झूठे दावे पर रोक लगाने की मांग की है।
इसी बीच सरकारी आयुर्वेदिक अस्पताल ‘अखिल भारतीय आर्युवेद संस्थान’ (All India Institute of Ayurveda) की प्रमुख ने कहा है कि उनके अस्पताल में आयुर्वेद और एलोपैथ दोनों का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए 600 कोरोना मरीजों का सफल इलाज किया जा चुका है।
वहीं एलोपैथी और डॉक्टरों पर योग गुरु रामदेव की टिप्पणी पर मचे विवाद और आयुर्वेद बनाम एलोपैथ की बहस के बीच केंद्र की तरफ से संचालित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) की प्रमुख ने कहा है कि उनके अस्पताल में दोनों पद्धतियों का इस्तेमाल हुआ। AIIA चीफ प्रोफेसर तनुजा नेसारी ने कहा कि इस अस्पताल ने चिकित्सा की दोनों पद्धतियों को लागू करके कम से कम 600 कोरोना रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है।
उन्होंने कहा कि एक समग्र दृष्टिकोण और आयुर्वेद, एलोपैथी और आधुनिक नैदानिक तकनीक के एकीकरण ने इसे संभव बनाया है। हल्के से मध्यम लक्षणों वाले मरीजों को केंद्र सरकार की तरफ से संचालित संस्थान में एक कोविड स्वास्थ्य केंद्र में उपचार प्रदान किया जाता है। दिल्ली सरकार के ‘दिल्ली कोरोना’ ऐप के अनुसार, अस्पताल में वर्तमान में 47 ऑक्सिजन बेड हैं, ये सभी खाली हैं।
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