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रूस की बमबारी से बर्बाद हुआ यूक्रेन, 13 हजार से अधिक सैनिकों की मौत!

कीव! रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को करीब 9 महीने से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन अब भी कोई पीछे हटने को तैयार नहीं है। रूस लगातार यूक्रेन (Russia-Ukraine War) की राजधानी कीव समेत अन्य शहरों पर मिसाइले (missiles) दाग रहा है। जिससे यूक्रेन पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।

बता दें कि पिछले नौ महीनों से रूस यूक्रेन पर मिसाइले दाग रहा है। एक तरफ जहां युद्ध में जान माल का नुकसान हो रहा तो वहीं हजारों सैनिकों की मौत भी हो गई है। एक रिपोर्ट के अनुसार अकेले युक्रेन के करीब 13 हजार सैनिकों ने अपनी जान गवाई है।

ये जानकारी राष्ट्रपति जे़लेंस्की के सलाहकार माईखाइलो पोडोलियाक ने एक टीवी चैनल को दी। ये आंकड़ा भी अगस्त के करीब का हो सकता है, क्योंकि उस वक्त यूक्रेन की सेनाओं के चीफ ने 9,000 सैनिकों के मारे जाने की जानकारी दी थी। अब तक इस आंकड़े में और बढ़ोत्तरी हो चुकी होगी।

माईखाइलो पोडोलियाक ने यूक्रेनी टीवी चैनल से कहा, हमारे पास सशस्त्र बलों से जुड़े शीर्ष कमान अधिकारियों और सामान्य कर्मचारियों के आधिकारिक आंकड़े हैं। इन आधिकारिक आंकड़ों के हिसाब से अभी तक हमारे 10,000 और 13,000 सैनिक मारे गए हैं। घायल सैनिकों की संख्या इससे भी कहीं ज्यादा है. हम मृतकों के आंकड़े कभी नहीं छिपाएंगे।
दूसरी तरफ रूस की बमबारी से बर्बाद हुए यूक्रेन को फिर से खड़ा करने के लिए कम से कम एक ट्रिलियन डॉलर की जरुरत पड़ने वाली है। यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की ने कहा कि युद्ध के कारण देश के पुनर्निर्माण के लिए 1 ट्रिलियन डॉलर से अधिक की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि कीव पश्चिमी देशों को कुछ क्षेत्रों और शहरों पर ‘पेट्रोनाज’ देकर इस प्रयास में शामिल करने की योजना बना रहा है।

ज़ेलेंस्की ने हाल ही में 2030 एक्सपो की मेजबानी के लिए ओडेसा की बोली पेश करते हुए कहा कि वह पहले से ही यूक्रेन के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में दर्जनों भागीदार देशों को शामिल कर रहे हैं। पुनर्निर्माण के लिए एक ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक की जरूरत है।



बता दें कि यूक्रेन एक ‘संरक्षण’ कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहा था, जिससे राष्ट्रीय सरकारें और कंपनियां एक निश्चित क्षेत्र, शहर, आर्थिक क्षेत्र या उद्यम के पुनर्निर्माण में संलग्न हो सकें. वहीं राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने दावा किया कि फ्रांस, यूनाइटेड किंगडम, नीदरलैंड, जर्मनी, डेनमार्क, फिनलैंड, इटली, तुर्की, स्विट्जरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित कुछ देशों ने पहले ही अपनी रुचि का संकेत दे दिया है.

इस बीच, 25 अक्टूबर को यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपने देश के पुनर्निर्माण के लिए वित्त प्रयासों के प्रति अनिच्छा के लिए अन्य देशों पर प्रहार किया था कि कीव सरकार को अभी तक इस उद्देश्य के लिए “एक पैसा” नहीं मिला है!

रूस को EU संसद ने बताया आतंकी राज्य
यूरोपीय संघ की संसद ने पिछले सप्ताह एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए रूस को ‘आतंकवाद को प्रायोजित करने वाला राज्य’ घोषित कर दिया. यूरोपीय सांसदों ने रूस को आतंकवाद का प्रायोजक देश बताने वाले प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया. हालांकि, ईयू का यह कदम काफी हद तक प्रतीकात्मक है, क्योंकि यूरोपीय संघ के पास इसका समर्थन करने के लिए कोई कानूनी ढांचा नहीं है. संघ ने पहले ही यूक्रेन पर अपने आक्रमण को लेकर रूस पर अभूतपूर्व प्रतिबंध लगाए हैं.

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