संयुक्त राष्ट्र । उत्तराखंड (Uttarakhand) में ग्लेशियर टूटने (glacier breakdown) से हुए जानमाल के नुकसान पर संयुक्त राष्ट्र 9UN) ने दुख जताया है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने जरूरत पड़ने पर जारी बचाव एवं राहत कार्यों में मदद करने का भरोसा दिया है। गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा, ‘रविवार को भारत के उत्तराखंड राज्य में ग्लेशियर टूटने से आई बाढ़ से कई लोगों की मौत व दर्जनों लोगों के लापता होने की खबर से महासचिव काफी दुखी हैं।
उन्होंने पीड़ित परिवारों, भारतीय लोगों व सरकार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। अगर आवश्यकता पड़ती है तो संयुक्त राष्ट्र हरसंभव मदद करने को तैयार है।’ इससे पहले, संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष वोल्कन बाजेकिर ने कहा था कि उत्तराखंड में हालात पर वह नजर रख रहे हैं। गुटेरस के वक्तव्य के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने जो संवेदनाएं व्यक्त की हैं उनकी हम सराहना करते हैं।
हम भारत के साथ: भूटान पीएम
भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग ने कहा कि उत्तराखंड बाढ़ में जान गंवाने वालों के लिए प्रार्थना और आपदा से लड़ने वालों के लिए साहस की कामना करता हूं। जो लोग लापता हैं, वह सही कुशल मिलें। हम दुख की इस घड़ी में भारत में अपने दोस्तों के साथ हैं।
मुश्किल घड़ी में साथ है: मॉरिसन
ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि उत्तराखंड में ग्लेश्यिर टूटने की बुरी खबर। इस मुश्किल घड़ी में ऑस्ट्रेलिया अपने सबसे करीबी मित्र भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।
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