इंदौर न्यूज़ (Indore News)

एक सप्ताह पहले ही कोरोना को लेकर हुई थी संघ की बैठक

– बैठक में भाजपा के पदाधिकारी और संघ के आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारी भी हुए थे शामिल
इन्दौर। संघ कार्यालय अर्चना में पदाधिकारियों और स्वयंसेवकों के पॉजिटिव होने का कारण तो सामने नहीं आ रहा है, लेकिन बताया जाता है कि यहां पिछले कुछ दिनों से एक स्वयंसेवक की तबीयत खराब थी और उसी के बाद कल अचानक 9 पदाधिकारी और स्वयंसेवक संक्रमित हो गए। एक सप्ताह पहले ही कोरोना संक्रमण से जागरूकता को लेकर संघ की एक बड़ी बैठक जेलरोड स्थित गणेश मंडल में हुई थी, जिसमें भाजपा के पदाधिकारियों सहित संघ के सभी आनुषंगिक संगठनों के पदाधिकारियों को बुलाया गया था।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सभी गतिविधियां रामबाग स्थित इसी अर्चना कार्यालय से संचालित होती हैं। कोरोना काल में जरूर यहां भीड़ कम हो रही थी। कल आए 129 मरीजों में 9 अर्चना कार्यालय में रहने वाले हैं। इनमें प्रांत प्रचारक और विभाग प्रचारक भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले यहीं एक पदाधिकारी की गाड़ी चलाने वाले की तबीयत खराब हुई थी और उसके बाद ही कार्यालय के अन्य पदाधिकारियों का कोरोना टेस्ट करवाया गया, जिसकी रिपोर्ट कल पॉजिटिव आई। सूत्रों का कहना है कि यहां जो वस्तु भंडार और रसोईघर है वहां के कर्मचारी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। संघ की ओर से बताया गया है कि इन सभी को होम आइसोलेट करके कार्यालय में ही इनका इलाज किया जा रहा है। हालांकि अभी कोरोना काल चल रहा है, इसलिए कार्यालय में बहुत ही कम लोगों की आवाजाही हो रही है। हालांकि संघ के पदाधिकारी अपने कार्यक्रमों के तहत दूसरे शहरों में प्रवास के लिए आते-जाते रहते हैं। इसलिए पिछले दिनों से जो-जो संपर्क में आया, उनको लेकर स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन जानकारी जुटा रहा है, ताकि कोरोना संक्रमण न फैले। बताया यह भी जा रहा है कि करीब एक सप्ताह पहले गणेश मंडल में संघ की ओर से एक बैठक रखी गई थी, जिसमें सभी आनुषंगिक संगठनों के अध्यक्षों को बुलाया गया था। बैठक में भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और जिला महामंत्री चिंटू वर्मा भी शामिल हुए थे। बैठक में संघ के पदाधिकारियों ने सभी से कहा था कि कोरोना को लेकर व्यापक स्तर पर जनजागरण अभियान चलाएं और शहर के लोगों को जागरूक के साथ-साथ सचेत भी करें।
नहीं लग रही थी समन्वय शाखा
अर्चना कार्यालय में ही प्रति गुरुवार संघ की समन्वय शाखा भी लगती है, जिसमें संघ से जुड़े जनप्रतिनिधि भी आते हैं और विचार-विमर्श भी होता है। इनमें विधायक, पूर्व विधायक और भाजपा के पदाधिकारी भी नियमित जाते थे। वैसे अभी शाखा भी नहीं लग रही है, इसलिए जनप्रतिनिधियों में संक्रमण का खतरा फैलने का अंदेशा नहीं है।

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