उत्तर प्रदेश क्राइम देश

UP पुलिस ने नाबालिग से रेप की कीमत लगाई 50 हजार रुपए, FIR दर्ज करने के बजाए समझौते के लिए डाला दबाव


अयोध्या: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) जिले से से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. जहां पर नाबालिग लड़की (Minor girl) को अगवा (Kidnapped) कर अज्ञात युवक ने युवती के साथ दुष्कर्म (Rape) की वारदातो को अंजाम दिया गया है. वहीं, बीते 1 मार्च से अगवा हुई नाबालिग युवती 2 मार्च को अपने घर पहुंची. इस दौरान युवती ने परिजनों को आपबीती सुनाई. यहीं पूरे मामले को लेकर पीड़ित युवती की घर की महिला का कहना है कि 1 तारीख को शाम को लड़की घर से सामान लेने के लिए निकली थी लेकिन वह घर वापस नहीं लौटी पूरी रात हम लोग उसकी तलाश करते रहे और सुबह पुलिस के पास शिकायत लेकर गए थे.

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के गांव की रहने वाली 16 साल की नाबालिग लड़की बीते 1 मार्च को घर से सामान लेने के लिए बाहर निकली और कई घंटे तक नहीं आई. इस दौरान पीड़ित परिवार ने रानोपाली पुलिस चौकी में घटना की सूचना दी. वहीं, 1 मार्च को दोपहर में पीड़िता और अपहरण का आरोपी युवक पहुंच गए. हालांकि कुछ घंटे बाद पुलिस ने लड़के को छोड़ दिया. अपहरण के आरोपी पर ना तो कोई मुकदमा दर्ज किया गया और ना ही लड़की का समय से मेडिकल कराया गया.


बता दें कि इस मामले में पीड़ित परिवार का कहना है कि अपहरण के बाद युवक ने उसके साथ रेप किया और धमकी दी. इतना ही नहीं, इस मामले में पीड़िता के परिवार वालों पर अयोध्या कोतवाली पुलिस ने मामला दबाने और समझौता करने का दबाव बनाया है. अयोध्या कोतवाली पुलिस ने इस मामले में सुलह का दवाब बनाते हुए इसके लिए 50000 रुपए दिलाने के लिए कहा है.

यह सुनकर पीड़ित के परिवार के लोग सदमे में आ गए हैं और उन्होंने समाजसेवी श्वेता राज सिंह को इस घटना की पूरी जानकारी दी. समाजसेवी श्वेता राज सिंह की ओर से मामला उठाने पर पुलिस हरकत में आई और आज शुक्रवार 4 मार्च को नाबालिग पीड़िता को मेडिकल के लिए भेजा गया है. मेडिकल के दौरान पहुंची श्वेता राज सिंह ने पीड़ित परिवार को हर तरह से सहायता करने का भरोसा दिया है.

बता दें कि श्वेता राज सिंह ने बताया कि मेरे संज्ञान में जब भी सारी बातें आई तब मैंने अयोध्या के कोतवाली प्रभारी से बात की और उनसे पूछा कि आखिर क्या बात है कि पीड़िता की सुनवाई नहीं हो रही है और उसका मेडिकल क्यों नहीं कराया जा रहा है हालांकि अयोध्या कोतवाली के प्रभारी ने मुझसे बात होने के बाद पीड़ित युवती को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा मैंने पीड़िता के मेडिकल कराने के संदर्भ में जिले के चीफ मेडिकल ऑफिसर से भी बात की और उनसे आग्रह किया कि पीड़िता का मेडिकल टेस्ट जल्द करवाए. वहीं, मेडिकल परीक्षण के बाद अयोध्या पुलिस ने धारा 363 के तहत युवती के द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर केस दर्ज कर लिया है. साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया है.

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